हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या देश और दुनिया में बढ़ती जा रही है। ब्लड प्रेशर का नॉर्मल रहना जरूरी है। ब्लड प्रेशर दो तरह का होता है लो ब्लड प्रेशर और हाई बीपी दोनों ही सेहत के लिए नुकसानदायक है। ब्लड प्रेशर हाई होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं। बीपी हाई रहता है तो बॉडी में भारीपन, चक्कर आना, हाथ-पैर सुन होना, बैचेनी और घबराहट होने लगती है।

सामान्य बीपी 120/80 होना चाहिए, जब किसी भी इंसान का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है, तो इस अवस्था को लो बीपी या हाइपोटेंशन कहते है। 120 से 140 सिस्टोलिक और 80 से 90 डायस्टोलिक से अधिक बीपी हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है।

कुछ लोग ऐसे है कि उनकी बॉडी में बीपी बढ़ने और घटने के लक्षण साफ दिखते हैं लेकिन उन्हें इस बीमारी का पता नहीं होता जिसकी वजह से उनकी बॉडी में बीमारियों का जोखिम बढ़ने लगता है। उम्र बढ़ने पर बॉडी चेक-अप कराना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि 40 साल की उम्र के बाद कितने अंतराल पर ब्लड प्रेशर चेक करना है जरूरी? देखें बीपी कंट्रोल करने के टिप्स।

40 की उम्र के बाद कितने अंतराल पर ब्लड प्रेशर चेक करना है जरूरी?

40 साल की उम्र में पुरुषों का सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (SBP) 120.5 mm Hg और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर DBP 75.5 होता है। अगर इससे ज्यादा बीपी है तो खतरे की बात हो सकती है। व्यस्को को एक महीने में एक बार ब्लड प्रेशर की जांच जरूर कराना चाहिए। जो लोग बीपी को कंट्रोल करने के लिए दवाई का सेवन करते हैं वो हफ्ते में एक बार जरूर बीपी चेक करें। जो लोग प्री-हाइपरटेंशन से ग्रस्त हैं उनको दिन में दो बार बीपी चेक करना चाहिए। अगर आप बीपी चेक करेंगे तो उसके बढ़ने पर तुरंत उपचार कर सकते हैं।

बीपी कंट्रोल करने के टिप्स:

  • ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार बेहद असरदार साबित होता है। आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक इस बीमारी से ज्यादा परेशान नहीं होइए बल्कि कुछ घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कीजिए बीपी को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
  • बीपी को कंट्रोल करने के लिए बादाम रोगन की चार-चार बूंदें नाक में डालिए बीपी कंट्रोल रहेगा।
    बीपी कंट्रोल करने के लिए आप नाक में कुछ बूंदे देसी घी भी डाल सकते हैं।
  • कई बार कब्ज और एसिडिटी की वजह से भी घबराहट की परेशानी होती है इसलिए पानी का अधिक सेवन करें।
  • पित्त बढ़ने से भी बीपी बढ़ता है इसलिए सुर्य नमस्कार कीजिए।
  • पर्याप्त नींद लें और तनाव को कंट्रोल करें।
  • डाइट में सोडियम, शुगर, रिफाइंड कार्ब्स और प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज करें