पाउडर वाले दूध का इस्तेमाल बेहद आसान होता है। आजकल यह हर घरों में इस्तेमाल होने वाली एक आवश्यक सामग्री है। चाय-कॉफी के लिए व्हाइटनर के साथ-साथ कई तरह के खाद्य पदार्थों के बनाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। पाउडर वाले दूध में भी पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। अक्सर यह रेगुलर दूध के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसे प्रयोग में लाने के लिए एक ग्लास गर्म पानी में एक बड़ा चम्मच मिल्क पाउडर मिलाया जाता है।

कैसे बनता है मिल्क पाउडर – मिल्क पाउडर दूध को गाढ़ा कर और उसे सुखाकर बनाया जाता है। कच्चे दूध की तरह पाउडर वाले दूध में काफी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मिनरल्स, विटामिन्स मसलन- मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, पोटैशियम, विटामिन ए, डी, ई और के भी पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। दरअसल कच्चे दूध में तकरीबन 87 प्रतिशत पानी होता है और लगभग 4 प्रतिशत मिल्क फैट और लगभग 9 प्रतिशत नॉन फैट दूध होता है। मिल्क पाउडर के लिए इस दूध को शून्य नमी होने तक सुखाया जाता है। इस दौरान नियंत्रित तापमान के अंदर दूध को पॉइश्चराइज्ड करके बैक्टीरिया को खत्म करने की कोशिश की जाती है। दूध सुखाने के दौरान यह सुनिश्चित कर लिया जाता है कि दूध के सभी जरूरी पोषक तत्व उसमें मौजूद रहें।

रेगुलर दूध के मुकाबले मिल्क पाउडर कितना है बेहतर – पाउडर वाले दूध में रेगुलर मिल्क के बराबर ही पोषक तत्व होते हैं लेकिन फास्फोरस, सेलेनियम और बी-कॉम्प्लेक्स जैसे आवश्यक पोषक तत्वों तथा सुगंध और फ्लेवर की वजह से पाउडर वाला दूध रेगुलर दूध से थोड़ा ज्यादा बेहतर होता है। पाउडर वाले दूध के इस्तेमाल में थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। इसमें मौजूद पोषक तत्वों का पूर्ण लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि इस्तेमाल से पहले आप यह जान लें कि पानी की कितना मात्रा के साथ इसे घोलना है। मिल्क पाउडर के पैकेट के पीछे उसके इस्तेमाल का तरीका बताया गया होता है। इसके अनुसार इस्तेमाल करने पर ही यह रेगुलर दूध की तरह फायदेंमंद हो सकता है अन्यथा नहीं।