अच्छी सेहत के लिए लीवर की हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। लीवर हमारी बॉडी का पावर हाउस है जो खून में मौजूद विषैले तत्वों को बॉडी से बाहर निकालता है। बॉडी में लीवर 500 से ज्यादा काम करता है। बॉडी के इस जरूरी अंग की देखभाल करना बेहद जरूरी है। लिवर एनर्जी स्टोर करने में भी मदद करता है। बॉडी के इस जरूरी अंग की देखभाल करना बेहद जरूरी है।

लीवर की सेहत सुधारने में डाइट का अहम किरदार है। अनहेल्दी फूड और शराब की लत आपके लीवर को फैटी बना सकती है। फैटी लीवर एक ऐसी परेशानी हैं जिसकी वजह से लीवर का साइज बदलने लगता है। लीवर में या तो सूजन आ जाती है या फिर लीवर श्रिंक होने लगता है। कुछ लोगों का लीवर शराब का सेवन नहीं करने पर भी फैटी हो जाता है।

लीवर फैटी तब होता है जब हमारे शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है। फैटी लीवर एक साइलेंट किलर है। ये परेशानी धीरे-धीरे बढ़ती है जिसके गंभीर लक्षण तुरंत नहीं दिखते। खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। अब सवाल ये उठता है कि लीवर फैटी है उसका पता कैसे लगाएं। लीवर पर फैट इकट्ठा होने पर हमारी बॉडी में उसके संकेत मिलना शुरु हो जाते हैं जिनपर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। आइए जानते हैं कि कैसे पता लगाएं कि लीवर फैटी है।

फैटी लीवर क्यों होता है? खान-पान की खराबी की वजह से लीवर फैटी होने लगता है। इसके अलावा भी लीवर के फैटी होने के कई कारण हैं जैसे मसालों का अधिक इस्तेमाल, मोटापा की वजह से, डायबिटीज के कारण, खून में फैट की मात्रा बढ़ने से, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से और मेटाबॉलिज्म कम होने से भी लीवर फैटी हो सकता है। लीवर के फैटी होने के लिए फैमिली हिस्ट्री भी मायने रखती है।

फैटी लीवर के लक्षण: लीवर के फैटी होने के शुरूआत में लक्षण बेहद कम दिखते हैं लेकिन बॉडी में कुछ ना कुछ परेशानियां होने लगती है जो लीवर के फैटी होने के संकेत देती हैं।

  • अक्सर उलटी महसूस होना
  • हमेशा पेट भरा रहना और भूख नहीं लगाना
  • खाने का कम पचना
  • अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होना
  • वजन का घटना
  • पेट के ऊपरी भाग में सूजन होना भी फैटी लीवर के लक्षण हैं।