Stress on Brain Health: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव आम समस्या बन चुका है। काम का दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियां और आर्थिक चिंताएं हमारे दिमाग पर गहरा प्रभाव डालती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगातार रहने वाला तनाव (क्रोनिक स्ट्रेस) हमारी याददाश्त और सोचने-समझने की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है? मारेंगो एशिया हॉस्पिटल, फ़रीदाबाद के न्यूरोलॉजी डायरेक्टर डॉ कुणाल बहरानी के अनुसार, किसी भी व्य़क्ति का तनाव उनके लिए काफी खतरनाक साबिक हो सकता है। इसलिए इसे समय रहते कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है। आइए जानते हैं कि तनाव का मस्तिष्क से क्या है संबंध? इसके साथ ही जानें तनाव का शरीर में क्या प्रभाव पड़ता है और इसे कैसे करें कंट्रोल…

तनाव और मस्तिष्क का संबंध

 डॉ कुणाल बहरानी के मुताबिक, जब हम तनाव में होते हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यह हार्मोन थोड़े समय के लिए मददगार हो सकता है, लेकिन अगर लंबे समय तक इसका स्तर बढ़ा रहे, तो यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

कैसे प्रभावित होती है याददाश्त और संज्ञान?

याददाश्त पर असर

तनाव हिप्पोकैम्पस (मस्तिष्क का वह हिस्सा जो याददाश्त से जुड़ा है) को कमजोर कर सकता है। इससे छोटी-छोटी बातें भूलने की समस्या बढ़ जाती है और लंबी अवधि की याददाश्त भी प्रभावित हो सकती है।

निर्णय लेने की क्षमता होती है कमजोर

तनावग्रस्त व्यक्ति जल्दी फैसले नहीं ले पाता और कई बार गलत निर्णय ले लेता है। इसलिए तनाव को समय रहते कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।

एकाग्रता में कमी

ज्यादा तनाव से ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है। आपका मन इधर-उधर भागता रहता है। इसे कंट्रोल न कर पाने के कारण आपके काम की गुणवत्ता प्रभावित होती है, जिससे आपके भविष्य पर बुरा असर पड़ सकता है।

तनाव पहुंचाता है मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान

क्रोनिक स्ट्रेस से न्यूरॉन्स कमजोर हो सकते हैं, जिससे दिमाग की गति धीमी हो सकती है। ऐसे में आपके मस्तिष्क की कोशिकाएं कमजोर हो जाती है, जिससे कई समस्याएं उभरकर सामने आती है।

तनाव कम करने के उपाय

योग और ध्यान करें

रोज़ाना कुछ समय मेडिटेशन करने से तनाव कम होता है। आप अपने काम- परिवार से थोड़ा सा वक्त निकालकर सुबह या फिर शाम के समय योग ध्यान आदि कर सकते हैं। आप चाहे, तो भ्रामरी,अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि प्राणायाम कर सकते हैं। इसके अलावा सूर्य नमस्कार सहित कई योगासन करना लाभकारी हो सकता है।

अच्छी नींद लें

7-8 घंटे की गहरी नींद मस्तिष्क को रिलैक्स करने में मदद करती है। इससे आप काफी हद तक तनाव को कम कर सकते हैं।

व्यायाम करें

रोजाना टहलना या हल्का व्यायाम करना दिमाग के लिए फायदेमंद है।

सकारात्मक सोच अपनाएं

तनाव से निकलने का सबसे जरूरी हिस्सा है अपने अंदर से नकारात्मक विचारों का निकलना। इसके लिए आपको जो पसंद है वो करें। इसमें आप किताबें पढ़ना, फिल्म देखना, पेंटिंग, ड्राइंग या फिर जो आपको पसंद हो, वो कर सकते हैं। इससे खुशहाल जीवन जीने में मदद मिल सकती है।