Uric Acid: सेहत से जुड़ी कई आम परेशानियां आज के समय में गंभीर बन चुकी हैं, इनमें से एक हाई यूरिक एसिड भी है। विशेषज्ञों के अनुसार ये एसिड एक प्रकार का मेटाबोलाइट होता है जो सेल्स के ब्रेकडाउन से शरीर में बनता है। साथ ही, प्यूरीन युक्त फूड्स को पचाने से भी बॉडी में यूरिक एसिड रिलीज होता है। शरीर में इस केमिकल की अधिकता किडनी और शरीर के दूसरे अंगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक पहले ये बीमारी केवल उम्रदराज लोगों को परेशान करती थी। इस वजह से बुजुर्गों को जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की परेशानी हो सकती है। मगर बदलती जीवन शैली की वजह से बच्चे और युवाओं में भी ये परेशानी देखने को मिलती है। वहीं, एक शोध के मुताबिक 3 साल से कम उम्र के बच्चों में भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है। इस वजह से बड़े होने पर उनमें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा हो सकता है। ऐसे में ध्यान देना जरूरी है –

जीवन शैली में लाएं सुधार: खराब लाइफस्टाइल का प्रभाव बच्चों की सेहत पर भी पड़ता है। वहीं, कोरोना काल और ऑनलाइन स्टडीज के बीच बच्चे और युवाओं में मोटापा का खतरा बढ़ा है। बता दें कि मोटापा हाई यूरिक एसिड के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखें कि खाते वक्त बच्चे टीवी या मोबाइल से दूर रहें। साथ ही, कुछ देर के अंतराल पर उन्हें टहलने के लिए कहें। संभव हो तो बच्चों को एक्सरसाइज और योग के लिए भी प्रेरित करें।

डाइट की भूमिका होती है अहम: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित रखने में खानपान की भूमिका अहम होती है। प्यूरीन कुछ फूड्स में पाया जाता है, ऐसे में इनसे पूरी तरह परहेज करना चाहिए। राजमा, चना, रेड मीट, सी फूड, ऑर्गन मीट और एल्कोहोलिक ड्रिंक्स के सेवन से बचना चाहिए।

इन चीजों को खाने से बचें: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में बढ़ने पर मरीजों को केचप, मिल्क चॉकलेट, बिस्किट, केक, पेस्ट्रीज, टेट्रा पैक जूस, चिप्स समेत सभी पैकेज्ड फूड्स से दूरी बना लेनी चाहिए। इसके अलावा, शराब, बीयर, वोडका, फलों का रस, सॉफ्ट ड्रिंक और सोडा के सेवन से भी बचना चाहिए।


डाइट में शामिल करें ये चीजें: अखरोट, संतरा, आंवला, नींबू, केला, चेरीज, सेब, लो फैट दही, छाछ, कीवी, अनार, अमरूद को डाइट में शामिल करें।