फलों का सेवन सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। अगर हर सुबह दिन की शुरुआत फलों से की जाए, तो इसका असर सिर्फ पाचन पर ही नहीं बल्कि मूड, एनर्जी और ओवरऑल हेल्थ पर भी साफ दिखाई देता है। नाश्ता पूरे दिन की ऊर्जा और मानसिक स्थिति को तय करता है, इसलिए सुबह का भोजन हल्का, पौष्टिक और आसानी से पचने वाला होना चाहिए। एक हेल्दी नाश्ता पेट को आराम देता है, मेटाबॉलिज्म को एक्टिव करता है और दिनभर थकान महसूस नहीं होने देता।

इसी कारण फलों को नाश्ते में शामिल करना एक स्मार्ट आदत मानी जाती है। खासतौर पर अगर सुबह के नाश्ते में पपीता शामिल किया जाए, तो शरीर को कई तरह से फायदा मिलता है। पपीता नर्म, हल्का और आसानी से पचने वाला फल है, जो आंतों पर दबाव नहीं डालता। इसमें मौजूद प्राकृतिक एंजाइम पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं और पेट को साफ रखने में मदद करते हैं।

Neuro Endocrinology Letters में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, पपीता का सेवन कब्ज, सूजन और सीने में जलन (Heartburn) को कम करने में अत्यधिक प्रभावी पाया गया है।  पपीते में Papain नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है, जिससे पाचन तंत्र पर बोझ कम होता है।

Molecular Nutrition & Food Research में पाया गया कि लाइकोपीन का सेवन स्किन की रेडनेस और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है। Journal of Medicinal Food में पाया गया कि पपीते के अर्क में हेपाटो प्रोटेक्टिव (Hepatoprotective) गुण होते हैं, जो लिवर की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं और लिवर की हेल्थ में सुधार करते हैं। आइए जानते हैं कि रोज सुबह नाश्ते में पपीता का सेवन किया जाए सेहत पर कैसा होता है असर।

कब्ज का करता है इलाज

पपीता किसी तेज़ लैक्सेटिव (जुलाब) की तरह काम नहीं करता। इसमें मौजूद सॉल्युबल फाइबर मल को नर्म बनाता है, जबकि इसकी पानी की मात्रा आंतों की मूवमेंट को बेहतर करती है। समय के साथ यह आंतों को अपने आप सही तरीके से काम करने की आदत डाल देता है। रोज़ नाश्ते में पपीता खाने से सेहत के लिए बेहतर होता है।

त्वचा को बाहर से नहीं, अंदर से पोषण देता है

पका हुआ पपीता विटामिन C और बीटा-कैरोटीन से भरपूर होता है। ये पोषक तत्व कोलेजन बनाने में मदद करता हैं और स्किन की कोशिकाओं को रोज़ होने वाले नुकसान से बचाता हैं। दिन की शुरुआत पपीते से करने पर शरीर को त्वचा की मरम्मत के लिए जरूरी पोषण सुबह ही मिल जाता है।

कम कैलोरी के साथ भरपूर एनर्जी देता है

एक कटोरी पका पपीता कम कैलोरी वाला होता है, लेकिन इसमें मौजूद प्राकृतिक शुगर और फाइबर शरीर को धीरे-धीरे ऊर्जा देते हैं। इससे अचानक भूख नहीं लगती और सुबह-सुबह मीठा खाने की क्रेविंग भी कम होती है। वजन कंट्रोल करना चाहने वालों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।

लिवर की सेहत को रोज़ाना चुपचाप सपोर्ट करता है

लिवर रातभर शरीर को डिटॉक्स करने का काम करता है। पपीते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इस प्रक्रिया को बिना किसी दबाव के सपोर्ट करते हैं। सुबह पपीता खाना लिवर की प्राकृतिक कार्यप्रणाली के साथ तालमेल बैठाता है। समय के साथ इसका असर बेहतर पाचन, साफ त्वचा और अच्छी ओवरऑल एनर्जी के रूप में दिख सकता है।

डिस्क्लेमर

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी तरह से चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। एलर्जी, किसी विशेष बीमारी या डाइट संबंधी प्रतिबंध वाले लोग रोज़ाना पपीता खाने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

आंखों में एलर्जी होना भी लालिमा की एक आम वजह मानी जाती है। इस स्थिति में आंखों के साथ-साथ पलकों के अंदर खुजली महसूस होती है। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।