What are the symptoms of kidney cancer? किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है जिसका काम बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना और बॉडी की सफाई करना है। बॉडी के इस अंग में थोड़ी सी भी परेशानी होने पर हमारी बॉडी उसी तरह बीमारियों से भर जाएगी जैसे घर की सफाई नहीं करने पर घर कूड़े से भर जाता है। किडनी हमारे शरीर के दो प्रमुख अंगों में से हैं, जो रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर पीठ के निचले हिस्से में मौजूद होती हैं। आप जानते है कि किडनी आखिर कैसे हमारी बॉडी की सफाई करती है? ये हमारी बॉडी में मौजूद लगभग 50 गैलन ब्लड को छानती है। ब्लड में मौजूद टॉक्सिन, दूसरे अपशिष्ट और यूरिया को पेशाब के जरिए बॉडी से बाहर निकालती है। शरीर में तरल पदार्थ, सोडियम, पोटैशियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखना किडनी का काम है।
ये बीपी को नॉर्मल करने में भी मदद करती है। बॉडी के इस जरूरी अंग की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, खासकर उम्र के 40 साल के पढ़ाव के बाद। 40 साल की उम्र के बाद किडनी की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि इस उम्र के बाद शरीर में कई जैविक (biological) और जीवनशैली से जुड़े बदलाव आने लगते हैं जो किडनी पर सीधा असर डाल सकते हैं।
किडनी की सेहत को अक्सर लोग नजरअंदाज करते हैं और जाने अनजाने में किडनी को ऐसे रोग लग जाते हैं जिसकी रिकवरी करना लगभग नामुमकिन होता है। हम बात कर रहे हैं किडनी के कैंसर की, जिसका खतरा 40 साल की उम्र के बाद लगभग बढ़ने लगता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ किडनी का ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (GFR) धीरे-धीरे घटने लगता है जिससे शरीर से टॉक्सिन निकालना कठिन हो जाता है। ऐसे में अगर लाइफस्टाइल और खानपान का ध्यान नहीं रखा जाए तो आपकी किडनी की मौत हो सकती है।
किडनी का कैंसर या रेनल सेल कार्सिनोमा (renal cell carcinoma) एक ऐसा कैंसर है जो खासतौर पर किडनी में असामान्य कोशिका वृद्धि से उत्पन्न होता है और ट्यूमर का रूप ले लेता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है इस बीमारी का जोखिम भी बढ़ता है। अगर 40 साल की उम्र में शुरुआती लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो बीमारी के जोखिम से बचा जा सकता है।
HCG मानवता कैंसर सेंटर नासिक में मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ ऑफ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी प्रमुख डॉक्टर राज नागरकर ने बताया किडनी कैंसर के शुरुआत में कोई लक्षण नहीं दिखते, लेकिन जैसे-जैसे ये कैंसर बढ़ता है तो बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि किडनी कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान कैसे करें।
- पेशाब में खून आना (Hematuria)
किडनी में कुछ भी परेशानी होने पर सबसे पहले आपके यूरिन पर उसका असर होता है। किडनी कैंसर के शुरुआती लक्षण समझना है तो आप सबसे पहले पेशाब के रंग पर ध्यान दें। पेशाब का रंग लालिमा लिए हुए या भूरा दिखाई दे तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। - कमर के निचले हिस्से में क्रॉनिक दर्द (Chronic Lower Back Pain) अगर कमर के एक हिस्से में लगातार दर्द बना रहे और आराम करने पर भी बॉडी को राहत नहीं मिले तो यह किडनी की किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। आप लगातार और लम्बे समय तक इस दर्द का अनुभव करें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- वजन का तेजी से घटना (Unexplained Weight Loss) अगर आप डाइटिंग नहीं कर रहे हैं और किसी तरह का कोई वर्कआउट भी नहीं कर रहे हैं फिर भी आपका वजन तेजी से घट रहा है तो आप तुरंत सावधान हो जाए। वजन का तेजी से घटना किडनी या किसी दूसरी तरह के कैंसर का चेतावनी संकेत हो सकता है।
- बहुत ज्यादा थकान होना (Fatigue) लगातार लम्बे समय तक थकान रहना आपकी अंदर की सेहत का हाल ब्यान करती है। बॉडी में लम्बे समय तक होने वाली थकान शरीर के अंदर छिपी किसी बीमारी की ओर इशारा कर सकती है।
- सूजन या ब्लोटिंग होना (Swelling/Bloating) अगर आपकी बॉडी के कुछ हिस्सों जैसे पेट, टांगों या टखनों में सूजन दिखाई दे रही है तो ये साफ संकेत है कि आपकी किडनी में कुछ गड़बड़ है। तुरंत आप सूजन देखते ही डॉक्टर को दिखाएं।
- बार-बार पेशाब आना या रात में उठकर पेशाब करना (Frequent Urination or Nocturia) अगर अचानक दिन में बहुत बार या रात में बार-बार पेशाब आता है तो ये साफ संकेत है कि आपको किडनी से जुड़ी कुछ परेशानी है।
- बुखार आना या रात में पसीना आना (Fever or Night Sweats) अगर आपको कोई परेशानी नहीं है लेकिन आपको रोज हल्का बुखार रहता है और रात में सोते समय पसीना भी ज्यादा आता है तो साफ जाहिर है कि आपको किडनी से जुड़ी कोई समस्या है। बॉडी में इसमें से कुछ भी लक्षण दिखने पर आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
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