ऑयल हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम लगभग सभी खाने में करते हैं। खाने में अगर तेल का सही तरीके से और सही तेल का चुनाव नहीं किया जाए तो इसका सीधा असर हमारी गट हेल्थ पर पड़ता है। खराब तेल जैसे कि बार-बार उपयोग किए गए, रिफाइंड, या ट्रांस फैट्स से भरपूर तेल का सेवन सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। ये तेल शरीर में सूजन, दिल के रोग और पाचन समस्याओं का कारण बन सकते हैं। खराब तेल का सेवन करने से आंतों की परत को नुकसान पहुंच सकता हैं, जिससे पाचन समस्याएं जैसे एसिडिटी और आंतों की सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आंत की सेहत को दुरुस्त करने के लिए हार्वर्ड बेस्ट डॉक्टर गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने खाना पकाने के लिए बेस्ट 3 तेल का सेवन करने का सुझाव दिया है। उन्होंने ऐसे तेल का सेवन करने की सलाह दी है जो मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होते हैं जिनका सेवन करने के बाद कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और दिल के रोगों का खतरा भी कम होता है।
एक्सपर्ट ने बताया तीन तेल ऐसे हैं जिनका स्मोक पॉइंट दूसरे तेलों से कम होता है, जिससे यह हल्की से मध्यम आंच पर पकाने के लिए उपयुक्त होते हैं। आइए जानते हैं कि हार्वर्ड बेस्ट डॉक्टर के सुझाए गए तेलों का सेवन करने के लिए दूसरे डॉक्टर क्या सलाह देते हैं। क्या सचमुच ये तेल गट हेल्थ में सुधार करते हैं।
क्या जैतून का तेल गट हेल्थ में सुधार कर सकता है?
दिल्ली स्थित सीके बिड़ला अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. विकास जिंदल ने बताया अगर आप अपनी गट हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं तो जैतून के तेल का सेवन कर सकते हैं। जैतून का तेल कैसे गट हेल्थ में सुधार करता है इसके वैज्ञानिक प्रमाण भी मौजूद हैं। डॉ. जिंदल ने कहा एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स, विशेष रूप से ओलेइक एसिड और पॉलीफेनॉल्स होता हैं, जो प्लांट बेस्ड एंटीऑक्सीडेंट हैं। ये सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करता हैं। ये तत्व आंतों की परत की हिफाजत करते हैं, आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और सूजन को कंट्रोल करते हैं। इसका सेवन करने से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम का खतरा टलता है और पाचन दुरुस्त रहता है।
एवोकाडो ऑयल का करें सेवन
अगर आप गट हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं तो एवोकाडो ऑयल का करें सेवन। एवोकाडो ऑयल एक बेहतरीन ऑयल है जिसका स्मोक पॉइंट बहुत अधिक होता है, इसलिए यह डीप फ्राइंग या एयर फ्राइंग जैसे हाई-हीट कुकिंग तरीकों के लिए भी बेस्ट तेल माना जाता है। डॉ. जिंदल के अनुसार एवोकाडो ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स की मात्रा अधिक होती है। ये तेल कच्चे और पके दोनों तरह के व्यंजनों के लिए उपयुक्त होता है। यह आंतों में अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया बढ़ाता है।
अलसी का तेल (flaxseed oil)
फ्लैक्ससीड ऑयल जिसे अलसी का तेल कहा जाता है। ये तेल गट हेल्थ को सुधारने में कमाल का है। फ्लैक्ससीड ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा ज्यादा होती है जो इस तेल को एक अच्छा विकल्प बनाता है। डॉ. जिंदल के अनुसार ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत में सुधार करता है और सूजन को कंट्रोल करता है। अगर आप फैटी फिश जैसे सैल्मन का सेवन नहीं करते हैं तो यह ऑयल एक बेहतरीन शाकाहारी विकल्प है। एक्सपर्ट ने बताया फ्लैक्ससीड ऑयल को गर्म नहीं करें बल्कि कच्चा ही सेवन करें। यह तेल कच्चे रूप में लेना सबसे बेहतर होता है, क्योंकि इसे गर्म करने से इसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।
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