कुदरत ने हमारी बॉडी के हर अंग की अहमियत खास रखी है। हाथ-पैर,आंख और नाक ही नहीं बल्कि दिल से लेकर दिमाग तक हर अंग की अपनी खास जरूरत है, लेकिन दिल और दिमाग का महत्व सबसे अलग है। दिमाग हमारे पूरे शरीर को कंट्रोल करता है, जबकि दिल लगातार धड़ककर हर कोशिका तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है। दिल का बिना रुके 24×7 काम करना ही हमारे जिंदा रहने का सबूत है। जन्म से लेकर आखिरी सांस तक यह एक पल के लिए भी नहीं रुकता।

औसतन हमारा दिल दिन में लगभग 1 लाख बार धड़कता है और करीब 2,000 गैलन खून पूरे शरीर में पंप करता है। अगर दिल एक सेकंड के लिए भी रुक जाए तो पूरा शरीर प्रभावित हो जाता है। इसलिए दिल की देखभाल करना सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि जीवन बचाने वाली आदत है। सही एक्सरसाइज, संतुलित खान-पान, तनाव कंट्रोल और नियमित हेल्थ चेकअप से दिल को लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया अगर आप दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप एक्सरसाइज रेगुलर करें। एक्सरसाइज में रनिंग जरूर करें ये दिल से लेकर दिमाग तक की एक्सरसाइज है। आप वॉक और रनिंग उतने ही प्रवाह से करें जितना आप बर्दाश्त कर सकते हैं। आप कुछ योगासन करके भी दिल को हेल्दी रख सकते हैं। कुछ योगासन दिल पर दवा की तरह काम करते हैं जैसे गोमुखासन और उत्तानपूर्व आसन। रोज योग और एक्सरसाइज करें तो गंदा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है और दिल के रोगों का खतरा टलता है। आइए जानते हैं कि दिल को हेल्दी रखने में कौन कौन सी एक्सरसाइज करना फायदेमंद होता है।

तेज चाल से चलना (Brisk Walking)

बाबा रामदेव ने बताया तेज चलना और तेज दौड़ना दिल के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन आप अपनी हद से ज्यादा नहीं दौड़ें वरना कई बार हार्ट बीट बेहद ज्यादा हो जाती है और बीपी भी हाई हो जाता है जो कई तरह की परेशानियों का जोखिम बढ़ा सकता है। हार्वर्ड की 13 साल लंबी स्टडी में पाया गया कि तेज चलने वाले लोगों में धीमी चाल से चलने वालों की तुलना में दिल की अनियमित धड़कन का खतरा काफी कम था। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की एक दूसरी रिसर्च के अनुसार दिन में सिर्फ 11 मिनट की तेज वॉक हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य गंभीर बीमारियों से समय से पहले मृत्यु के जोखिम को कम कर सकती है।

साइकिलिंग (Cycling) करना भी दिल के लिए जरूरी

चाहे बाहर साइकिल चलाएं या घर में स्टेशनरी बाइक पर, दोनों ही दिल की धड़कन को बढ़ाते है, रक्त संचार सुधारते हैं और दिल की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग रोज़ साइकिल से ऑफिस जाते हैं, उनमें दिल की बीमारी और समय से पहले मौत का खतरा काफी कम होता है।
नियमित साइक्लिंग VO₂ max बढ़ाती है। VO₂ max शरीर की वो अधिकतम क्षमता है, जिसमें हमारा शरीर एक्सरसाइज के दौरान ऑक्सीजन का उपयोग करके एनर्जी बनाता है। जो लम्बे समय तक दिल के स्वास्थ्य की सबसे मजबूत संकेतकों में से एक है।

तैराकी (Swimming) करें

कार्डियो एक्सरसाइज में स्विमिंग खास स्थान रखती है क्योंकि यह पूरे शरीर पर काम करती है और जोड़ों पर लगभग कोई दबाव नहीं डालती। 40,000 पुरुषों पर हुए एक बड़े अध्ययन में पाया गया कि तैराकी करने वालों में सभी कारणों से होने वाली मृत्यु का जोखिम 50% तक कम था। हफ्ते में कम से कम 3 बार, 20–40 मिनट स्विमिंग करने की सलाह दी जाती है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength Training) एक्सरसाइज

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग सिर्फ मांसपेशियां बनाने के लिए नहीं, बल्कि दिल की सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। 13,000 से अधिक लोगों पर हुई स्टडी दिखाती है कि हफ्ते में एक घंटे से कम रेसिस्टेंस ट्रेनिंग करने पर भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम 40–70% तक घट जाता है, चाहे व्यक्ति कार्डियो करे या नहीं। इसके अलावा यह सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों को कम करती है और रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य को सुधारती है।

हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) भी है जरूरी

HIIT में तेज गति से थोड़े समय के लिए एक्सरसाइज की जाती है, फिर छोटे ब्रेक के साथ रिकवरी होती है, जैसे 30 सेकंड तेज दौड़, फिर 30–60 सेकंड धीमी चाल। NIH की एक महत्वपूर्ण स्टडी के अनुसार HIIT VO₂ max में सबसे ज्यादा सुधार लाता है, जो सामान्य मध्यम वर्कआउट से ज्यादा प्रभावी साबित हुआ। शुरुआत में हफ्ते में 1–2 HIIT सेशन करें और धीरे-धीरे सहनशक्ति बढ़ाएं। शुरुआती लोग लो-इम्पैक्ट विकल्प जैसे तेज चलना या साइकिलिंग चुन सकते हैं।

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