कोलेस्ट्रॉल हमारे रक्त में पाया जाने वाला एक मोम जैसा चिपचिपा पदार्थ है जिसका निर्माण लिवर करता है। यह शरीर में कोशिका झिल्ली के निर्माण, हॉर्मोन्स और विटामिन-D के उत्पादन के लिए जरूरी है। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है, एक LDL कोलेस्ट्रॉल जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। इसकी मात्रा अधिक होने से ये नसों में जमा होकर उन्हें ब्लॉक कर देता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। दूसरा HDL कोलेस्ट्रॉल होता है जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। यह नसों से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को हटाकर लिवर तक पहुंचाता है। गलत खान-पान, मोटापा और व्यायाम की कमी से बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। इसे नियंत्रित रखने के लिए ओट्स, फल, हरी सब्जियों का सेवन और नियमित व्यायाम जरूरी है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत मायने रखता है। सुबह का हेल्दी नाश्ता मेटाबॉलिज़्म को एक्टिव करता है और दिनभर एनर्जी देता है। सुबह का नाश्ता बार-बार भूख और ओवरईटिंग से बचाता है। डायबिटीज़, हाई बीपी, मोटापा और दिल की बीमारी के जोखिम को कम करने में सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी है। जो लोग नाश्ता नहीं करते, वे अक्सर दिन में बाद में ज्यादा और अनहेल्दी खाना खा लेते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल और वजन दोनों बढ़ते हैं।
खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है, जो दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है। दिन की शुरुआत यानी नाश्ता, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभा सकता है। कई रिसर्च बताती हैं कि जो लोग नियमित रूप से नाश्ता करते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। खास बात ये है कि सुबह नाश्ता करने का समय भी उतना ही जरूरी है जितना कि नाश्ते में क्या खाया जा रहा है।
नाश्ता करने का सही समय क्या है?
कार्डियोवैस्कुलर न्यूट्रिशन की विशेषज्ञ वेरोनिका राउज़ (Veronica Rouse) रजिस्टर्ड डायटीशियन एवं सर्टिफाइड डायबिटीज़ एजुकेटर के अनुसार कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए सुबह उठने के दो घंटे के भीतर नाश्ता करना सबसे बेहतर माना जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक जो लोग नाश्ता स्किप करते हैं, उनमें खराब LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक पाया गया है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए नाश्ते में किन फूड्स का सेवन करें
ओट्स कोलेस्ट्रॉल का दुश्मन (Rolled Oats)
ओट्स कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए सबसे बेहतरीन नाश्ता माना जाता है। इसमें बीटा-ग्लूकॉन नामक सॉल्युबल फाइबर होता है, जो आंतों में जाकर कोलेस्ट्रॉल को बांध लेता है और उसे शरीर में अवशोषित होने से रोकता है। नियमित रूप से ओट्स खाने से LDL कोलेस्ट्रॉल कम होता है। यह लंबे समय तक पेट भरा रखता है और ब्लड शुगर को भी संतुलित करता है।
फल फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत (Fruits)
नाश्ते में फल खाना दिल की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। सेब, नाशपाती, बेरीज और केला जैसे फलों में फाइबर, विटामिन, मिनरल और फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं। इनमें मौजूद सॉल्युबल फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। फल सूजन को घटाते हैं और दिल की नसों को स्वस्थ रखते हैं। सुबह फल खाने से पाचन भी बेहतर होता है।
साबुत अनाज दिल का मजबूत साथी (Whole Grains)
साबुत अनाज जैसे होल व्हीट ब्रेड, ओट्स, जौ और ब्राउन राइस नाश्ते के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। इनमें मौजूद बी-विटामिन्स होमोसिस्टीन नामक तत्व को कम करते हैं, जो दिल की बीमारी से जुड़ा होता है। साबुत अनाज धीरे-धीरे ऊर्जा देते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकते हैं। ये लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते।
नट्स और सीड्स हेल्दी फैट का खजाना
नाश्ते में बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और अलसी के बीज शामिल करना फायदेमंद होता है। इनमें अनसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्लांट स्टेरोल्स पाए जाते हैं, जो LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। ये दिल की सूजन को घटाते हैं और अच्छे HDL कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते हैं। थोड़ी मात्रा में रोज़ाना सेवन पर्याप्त होता है।
एक्सपर्ट की राय
सुबह उठने के दो घंटे के भीतर नाश्ता करना, और उसमें फाइबर, हेल्दी फैट और प्रोटीन शामिल करना कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने का सही तरीका है। इससे न सिर्फ दिल की सेहत सुधरती है, बल्कि दिनभर बेहतर फूड चॉइस करने में भी मदद मिलती है।
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