Lemon ginger tea benefits: सर्दियों में सुबह खाली पेट नींबू-अदरक की चाय (Lemon-Ginger Tea) पीना केवल एक शौक नहीं, बल्कि एक आयुर्वेदिक उपचार की तरह काम करता है। विज्ञान और आयुर्वेद दोनों ही इसे ठंड के मौसम के लिए एक शक्तिशाली काढ़ा मानते हैं। नींबू-अदरक की चाय (Lemon-Ginger Tea) केवल एक पेय नहीं है बल्कि ये माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (Micronutrients) और बायोएक्टिव कंपाउंड का एक शक्तिशाली मिश्रण है। अदरक में सक्रिय यौगिक और खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं। अदरक में जिंजरॉल मुख्य औषधीय घटक है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। अदरक में  मौजूद पोटैशियम दिल की गति और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। मैंगनीज हड्डियों के स्वास्थ्य और मेटाबॉलिज्म के लिए आवश्यक है जबकि विटामिन B6 मस्तिष्क के कार्य और ऊर्जा उत्पादन में मदद करता है।

नींबू विटामिन और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है।  विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है। एक मध्यम नींबू से दैनिक आवश्यकता का लगभग 30-40% विटामिन C मिल जाता है।इसमें घुलनशील फाइबर होता है जो शुगर लेवल को मैनेज करता है। इसमें फाइटोकेमिकल्स रक्त परिसंचरण (Blood circulation) में सुधार करते हैं।

European Journal of Nutrition और Journal of Clinical Biochemistry and Nutrition में प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार जब नींबू और अदरक को गर्म पानी में मिलाया जाता है, तो ये एक इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक बन जाता है। रिसर्च के मुताबिक ये कॉम्बिनेशन इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में भी प्रभावी है। आइए जानते हैं कि 15 दिनों तक नींबू और अदरक के ड्रिंक का सेवन करने से सेहत पर कैसा असर होता है।

पाचन तंत्र बेहतर होता है

नींबू-अदरक चाय पाचन के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। अदरक में मौजूद जिंजरोल और शोगोल पाचन एंजाइम्स के स्राव को बढ़ाते हैं, जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से पचता है। वहीं नींबू पेट के एसिड बैलेंस को सपोर्ट करता है। यह चाय गैस, अपच, भारीपन और पेट फूलने की समस्या में राहत देती है और आंतों की मूवमेंट को बेहतर बनाती है।

मतली और उलटी में राहत देता है

अदरक को मतली कम करने का प्राकृतिक उपाय माना जाता है। इसमें मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड दिमाग और आंतों के बीच होने वाले सिग्नल को संतुलित करते हैं, जिससे उल्टी जैसा एहसास कम होता है। प्रेगनेंसी, ट्रैवल सिकनेस या फूड पॉइजनिंग के दौरान नींबू-अदरक चाय काफी मददगार हो सकती है। नींबू की खुशबू भी नर्वस सिस्टम को शांत करती है।

 कब्ज दूर करने में सहायक

नींबू-अदरक चाय कब्ज की समस्या में भी राहत दे सकती है। नींबू में पाया जाने वाला लिमोनीन पाचन प्रक्रिया को तेज करता है, जबकि अदरक पेट से आंतों तक खाने के मूवमेंट को बेहतर बनाता है। इसके अलावा यह चाय शरीर को हाइड्रेट रखती है, जिससे स्टूल सॉफ्ट रहता है और मल त्याग आसान होता है। नियमित सेवन से पेट साफ रखने में मदद मिलती है।

सूजन (Inflammation) कम करने में करता है मदद

नींबू-अदरक चाय शरीर में होने वाली हल्की-फुल्की सूजन को कम करने में मददगार हो सकती है। नींबू में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। वहीं अदरक के कंपाउंड्स सूजन बढ़ाने वाले एंजाइम को ब्लॉक करते हैं। यह चाय जोड़ों के दर्द, मसल्स की अकड़न और क्रॉनिक इंफ्लेमेशन के जोखिम को कुछ हद तक कम कर सकती है।

 शरीर रहता है हाइड्रेट

नींबू-अदरक चाय का मुख्य घटक पानी है, जो शरीर को हाइड्रेट रखने में अहम भूमिका निभाता है। सही हाइड्रेशन से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है, पाचन सुधरता है और थकान कम होती है। जिन लोगों को सादा पानी पीना पसंद नहीं, उनके लिए यह एक हेल्दी विकल्प है। पर्याप्त तरल लेने से सिरदर्द, कब्ज और कमजोरी जैसी समस्याओं से बचाव होता है।

रोज़ाना पीना कितना सुरक्षित है

डाइटिशियन के अनुसार नींबू-अदरक चाय रोज़ पीना सुरक्षित माना जाता है। यह कॉफी या मीठे ड्रिंक्स का हेल्दी विकल्प हो सकती है। हालांकि जिन लोगों को एसिडिटी, गैस्ट्रिक अल्सर या नींबू से एलर्जी है, उन्हें नींबू की मात्रा सीमित रखनी चाहिए। जरूरत से ज्यादा अदरक भी नुकसानदेह हो सकता है, इसलिए संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

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