इंटेस्टाइन यानी आंत जो हमारे पाचन तंत्र का एक अहम हिस्सा है। आंत को दो मुख्य भागों में बांटा जाता है,एक छोटी आंत और दूसरी बड़ी आंत। छोटी आंत भोजन के पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण का कार्य करती है, जबकि बड़ी आंत पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स को अवशोषित करके मल को संग्रहित करती है। आंतें शरीर के लिए पोषण, ऊर्जा और संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जब आंत सही तरीके से काम करती है, तब पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। इसलिए आंतों की सफाई और डिटॉक्स करना आवश्यक होता है। आंतों को साफ रखने से हमारी इम्यूनिटी मजबूत होती है, वजन कंट्रोल रहता है, पाचन ठीक रहता है और स्किन की रंगत में सुधार होता है। इस प्रकार हेल्दी आंत हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी हैं।

आंत में कुछ भी परेशानी होने पर पेट में गैस,आंत में सूजन, कब्ज और थकान जैसी समस्याएं हो सकती है। एक संतुलित आंत माइक्रोबायोम बीमारियों से बचाव करता है, पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाता है और सूजन को कंट्रोल करता है। हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से प्रशिक्षित बोर्ड-प्रमाणित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने इंस्टाग्राम पर गट हेल्थ के लिए कुछ हैबिट्स के बारे में बताया है। ये टिप्स वैज्ञानिक आधार पर आधारित हैं और आसानी से अपनाई जा सकती हैं। इन आदतों को अपनाकर आप आसानी से अपनी गट हेल्थ में सुधार कर सकते हैं।

दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करें

अगर आप चाहते हैं कि आपकी गट हेल्थ दुरुस्त रहे तो आप दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करें। 7-8 घंटे की नींद के बाद हमारी बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है ऐसे में सुबह एक गिलास पानी का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है। सुबह सबसे पहले गर्म पानी पीने से बॉडी में पानी की कमी नहीं होती। पानी का सेवन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल मूवमेंट को सक्रिय करता है, जिससे नेचुरल तरीके से मल त्याग करने में मदद मिलती है।

सुबह-सुबह हल्की एक्सरसाइज करें

अगर आप चाहते हैं कि आपका पाचन दुरुस्त रहे और आंत ठीक से काम करें तो आप सुबह उठकर कुछ देर योग, स्ट्रेचिंग या तेज चलने जैसे हल्के व्यायाम करें। ये हल्दी एक्सरसाइज पेट की मांसपेशियों को उत्तेजित करती हैं, जिससे पेरिस्टलसिस को बढ़ावा मिलता है।  सुबह हल्की एक्सरसाइज करने से आंत की सेहत दुरुस्त रहती है और आंत में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं। पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए आप सुबह हल्की एक्सरसाइज करें।

सुबह के नाश्ते में फाइबर रिच फूड खाएं

अगर आप चाहते हैं कि आपका पाचन ठीक रहे तो आप सुबह के नाश्ते में फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें। डायटरी फाइबर एक प्रीबायोटिक होता है, यानी यह आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया को भोजन देता है। इससे gut microbiome संतुलित और स्वस्थ रहता है, जो मजबूत इम्यूनिटी और बेहतर पाचन के लिए जरूरी है। फाइबर से भरपूर फूड्स में आप ओटमील के ऊपर बेरीज़ और फ्लैक्स सीड्स डालकर खाएं। होल ग्रेन टोस्ट के साथ एवोकाडो का सेवन करें।  चिया पुडिंग को बादाम दूध और केले के साथ मिलाकर खाएं। कोशिश करें कि नाश्ते में कम से कम 5–8 ग्राम फाइबर को शामिल करें।

खाने के समय ध्यान केंद्रित रखें

खाते समय ध्यान को केंद्रित रखें। फोन पर बात करते समय या फिर टीवी देखते समय ध्यान भटक जाता है। ध्यान भटकाने वाली चीज़ें खाने के दौरान आपके शरीर में तनाव बढ़ा सकती हैं जिससे पाचन धीमा हो जाता है। टीवी देखते समय या मोबाइल स्क्रॉल करते समय आप खाना खाते हैं तो ओवरईटिंग की संभावना बढ़ जाती है। खाना अगर आप माइंडफुल तरीके से खाते हैं तो पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण होता है। गैस, ब्लोटिंग और अपच से राहत मिलती है। खाना ठीक से चबाते हैं और लार ज्यादा बनती है। खाने के समय आप टेबल पर बैठें, धीरे-धीरे चबाएं और खाने के स्वाद पर ध्यान दें।

अदरक की चाय और नींबू पानी पिएं

पाचन को दुरुस्त करने के लिए आप अदरक की चाय या नींबू पानी का सेवन करें। अदरक में जिंजेरोल और शोगाओल होता हैं। ये यौगिक पेट खाली करने की प्रक्रिया को तेज़ करने, मतली कम करने और ब्लोटिंग कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। नींबू पानी विटामिन सी से भरपूर होता है और पेट की एसिडिटी को थोड़ा बढ़ा सकता है, जिससे प्रोटीन के पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद मिलती है। पेट की परत को आराम देना चाहते हैं तो आप इन ड्रिंक का गर्म ही सेवन करें।