एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (H5 Avian Influenza Virus) जिसे आम भाषा में बर्ड फ्लू भी कहा जाता है। ये एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जो खासतौर पर पक्षियों को संक्रमित करता है और पक्षियों के माध्यम से इंसानों तक पहुंचता है। हाल ही में इस वायरस के फैलने के मामले सामने आ रहे हैं। एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी की जा रही है। बचाव और रोकथाम के उपाय भी बताए जा रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि H5 Avian Influenza Virus क्या है और इस वायरस की पहचान कैसी की जाए।
H5 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस क्या है?
यह एक RNA वायरस है जो Influenza Type A समूह का हिस्सा है। H5 का मतलब है कि वायरस में Hemagglutinin (H) नामक प्रोटीन का 5वां प्रकार मौजूद है जो सबसे खतरनाक प्रकारों में से एक है। ये वायरस मौत का कारण बन सकता है।
H5 वायरस के मुख्य स्ट्रेन
H5N1 वायरस से इंसानों में संक्रमण के कुछ मामलों में मृत्यु दर 50% तक रही है।
H5N6, H5N8 – ये भी पक्षियों में पाए जाते हैं, कुछ मामलों में इंसानों में भी संक्रमण हुआ है।
H5 Avian Influenza वायरस कैसे फैलता है?
H5 Avian Influenza वायरस आमतौर पर संक्रमित पक्षियों जैसे मुर्गी, बत्तख, कबूतर के संपर्क में आने से फैलता है। पक्षियों के मल, पंख या लार के ज़रिये, संक्रमित जानवर के मांस को अच्छी तरह से नहीं पकाने से ये वायरस इंसानों में पहुंच जाता है और उन्हें भी संक्रमित कर देता है। इस वायरस से एक इंसान से दूसरे इंसान को संक्रमण बेहद कम होता है। यह वायरस अत्यधिक संक्रामक और घातक होता है। कई बार संक्रमण को रोकने के लिए पूरे पोल्ट्री फार्म की मूर्गिया मार दी जाती हैं ।
H5 Avian Influenza वायरस इंसानों में कैसे फैलता है?
एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस से मानव संक्रमण तब हो सकता है जब वायरस किसी व्यक्ति की आंखों, नाक या मुंह में पहुंच जाए, या इसे श्वास द्वारा अंदर लिया जाए। यह तब हो सकता है जब वायरस हवा में मौजूद होता है और आंखों की श्लेष्म झिल्ली पर जमा हो जाता है, या जब कोई व्यक्ति इसे सांस के जरिए अंदर ले जाता है। जब कोई व्यक्ति किसी वायरस से संदूषित वस्तु को छूकर फिर अपने मुंह, आंखों या नाक को छूता है तो ये वायरस इंसानों को भी संक्रमित कर देता है।
H5 वायरस के लक्षण
इस वायरस से संक्रमित इंसान को तेज बुखार आ सकता है। गले में दर्द, खांसी,सांस लेने में तकलीफ, शरीर दर्द,वॉमिटिंग और निमोनिया जैसी स्थिति हो सकती है।
H5 Avian Influenza वायरस से कैसे करें बचाव
- संक्रमित पक्षियों से दूर रहें।
- चिकन,अंडा खा रहे हैं तो उसे अच्छी तरह से पका कर खाएं।
- पोल्ट्री फार्म में काम करने वालों को PPE किट, मास्क और दस्ताने पहनें।
- साफ सफाई का ध्यान रखें। जानवरों के पास जाएं तो सुरक्षा से जाएं।
- हाथों को धोकर ही मुंह और नाक पर हाथ लगाएं।
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