घी का सेवन रोटी और चावल में सदियों से किया जाता रहा है। ये एक सुपरफूड माना जाता है जिसका सेवन करने से सेहत को कई तरह से फायदा होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो घी में हेल्दी फैट, विटामिन ए, विटामिन-डी, विटामिन-ई और विटामिन के का पावर हाउस है। ये सभी पोषक तत्व शरीर को पोषण देते हैं और कई बीमारियों से बचाव भी करते हैं। घी का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन रिमूव होते हैं, स्किन में चमक आती है, आंखों की हेल्थ में सुधार होता है, शारीरिक और बौद्धिक सहनशक्ति बढ़ती है।

आयुर्वेद के मुताबिक घी का सेवन सेहत के लिए बेहद जरूरी है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नित्यानंदम श्री ने बताया कि घी के बिना आप जिंदा नहीं रह सकते हैं घी सेहत के लिए इतना जरूरी है। घी का सेवन करने से दिमाग को शक्ति मिलती है, आंखों को ताकत मिलती है। घी का सेवन हमारी सभी इंद्रियों जैसे कान, नाक और आंखों को पोषण देता है। घी से मतलब है कि आप गाय का घी खाएं।

एक्सपर्ट के मुताबिक गाय का घी कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करता है। भैंस का घी आपका वजन बढ़ा सकता है इसलिए उसका सेवन नहीं करें। रोजाना 2 से तीन चम्मच गाय का घी आपकी सेहत के लिए अमृत है। हेल्थलाइन के मुताबिक घी का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन कुछ बीमारियों में घी का सेवन सेहत पर ज़हर की तरह असर करता है। आइए जानते हैं कि घी का सेवन किन बीमारियों में बॉडी पर जहर की तरह असर करता है।

सेंसिटिव पाचन है तो घी से दूर रहें

अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, उच्च वसा वाला भोजन संवेदनशील पाचन वाले लोगों में पाचन से जुड़ी परेशानियां बढ़ा सकता हैं। अगर आपका पाचन संवेदनशील है और आपको हमेशा पाचन संबंधी परेशानियां रहती हैं तो आप घी का सेवन करने से परहेज करें। जिन लोगों का पाचन कमजोर होता है उन्हें ब्लोटिंग, मतली और अपच जैसे लक्षण हो सकते हैं। यह गॉलब्लेडर की समस्याओं, पुरानी पाचन समस्याओं, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानियां बढ़ा सकता है।

लिवर की समस्या है तो घी से परहेज करें

जिन लोगों को लीवर की बीमारी है उन्हें घी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। घी में  हाई फैट होता है जो लीवर पर दबाव डाल सकता है और स्थिति को बदतर कर सकता है। न्यूट्रिशन एंड मेटाबॉलिज्म जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार हाई सैचुरेटेड फैट का सेवन लिवर पर खराब प्रभाव डाल सकता है।

दिल के लिए बन सकता है खतरा

द जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार वसा के सेवन से दिल के रोगों का खतरा काफी बढ़ सकता है। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है उन्हें घी, मक्खन और तेल से परहेज करना चाहिए। सीमित मात्रा में घी खाने से गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिलती है। अधिक मात्रा में घी खाने से दिल की सेहत पर असर पड़ सकता है। घी में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है, इसलिए हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। हाई कोलेस्ट्रॉल दिल के रोगों का कारण बनता है।

बदहजमी रहती है तो घी नहीं खाएं

जिन लोगों को अक्सर बदहजमी की परेशानी होती है वो घी का सेवन करने से परहेज करें। घी का सेवन लक्षणों को बिगाड़ सकता है।

घी का सेवन किस तरह करें

रोजाना दो से तीन चम्मच घी का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है। घी का सेवन बहुत ज्यादा पकाकर नहीं करें। याद रखें की किसी भी चीज का ज्यादा सेवन सेहत के लिए जहर बन जाता है। रोजाना 2-3 चम्मच घी सेहत के लिए अमृत है। आप घी का सेवन करने के बाद ठंडे पानी का सेवन नहीं करें।