खराब लाइफस्टाइल और अनियंत्रित खान-पान यूरिक एसिड जैसी बीमारियों को न्योता देता हैं। आज के समय में यूरिक एसिड बेहद कॉमन बीमारी हो गई है। यूरिक एसिड एक प्रकार का अपशिष्ट पदार्थ है जो खाद्य पदार्थों के अलावा हमारे शरीर में बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। किडनी इसको फिल्टर करके शरीर से बाहर निकाल देती है, लेकिन जब किडनी ढंग से इसे फिल्टर नहीं कर पाती तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे जोड़ों में दर्द, कमर दर्द व गठिया-बाय जैसी दिक्कतें होने लगती हैं।

आयुर्वेद के जानकारों के मुताबिक अगर आप भी यूरिक एसिड के बढ़ने से परेशान हैं तो लहसुन इसे कंट्रोल करने में कारगर साबित हो सकता है। आइए जानते हैं यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में किस प्रकार लहसुन का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार लहसुन का सेवन बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल में रामबाण से कम नहीं है।

ऐसे करें लहसुन का सेवन: यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए लहसुन को कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। आप रोजाना खाली पेट लहसुन की 3-4 कलियों का सेवन करें। रोजाना इस तरह सेवन करने से बढ़े हुए यूरिक एसिड को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा सब्जी, दाल वगैरह में भी लहसुन को शामिल करना लाभदायक साबित हो सकता है।

इन बीमारियों से भी बचाता है लहसुन: यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के अलावा लहसुन के और भी कई फायदे हैं। लहसुन का खाली पेट सेवन करने से खांसी-जुकाम में भी राहत मिलती हैं, क्योंकि कच्चे लहसुन में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। साथ ही जिन लोगों को एसिडिटी या पेट से जुड़ी परेशानी होती है उन लोगों के लिए भी लहसुन का सेवन करना बहुत लाभकारी है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए और क्या करें? यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। तनाव कम लें और अपने वजन को भी ज्यादा बढ़ने न दें। बता दें कि डायबिटीज के मरीजों में यूरिक एसिड के बढ़ने का खतरा अधिक होता है। इसलिए अगर आपको डायबिटीज है तो उसे कंट्रोल करने का प्रयास करें।