Low Blood Pressure Symptoms: हाइपोटेंशन जिसे आम भाषा में लो ब्लड प्रेशर या फिर निम्न रक्तचाप कहते हैं, वो भी हाई बीपी की तरह ही गंभीर साबित हो सकता है। हाई बीपी से होने वाली स्वास्थ्य परेशानियों से हर कोई अवगत है, पर लो बीपी की ओर जल्दी किसी का ध्यान नहीं जाता है। आज की इस स्ट्रेसफुल और भागदौड़ भरी जिंदगी में अनियमित रक्तचाप की समस्या आम होती जा रही है। अगर किसी की ब्लड प्रेशर की रीडिंग ऊपर 90 और नीचे 60 से कम है तो उस व्यक्ति को लो बीपी का पेशेंट माना जाता है। ज्यादा प्यास लगना, धुंधला दिखना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना और चक्कर आना इस बीमारी के कुछ आम लक्षण हैं। ब्लड प्रेशर लो हो या हाई दोनों ही स्थिति में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे पा सकते हैं इस बीमारी से छुटकारा-
सेहत को कैसे करता है लो बीपी प्रभावित: लो बीपी के मरीजों का चेहरा बेजान दिखता है, ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें अक्सर थकान की शिकायत होती है। इन्हें बेहोश होने का खतरा अधिक होता है क्योंकि रक्तचाप का स्तर कम होने के कारण मरीजों को बार-बार चक्कर आने की समस्या होती है। लो ब्लड प्रेशर की समस्या किसी दवाई का साइड इफेक्ट या फिर आनुवांशिक हो सकता है। कई बार शारीरिक रूप से अनफिट व अनैक्टिव लोग भी जल्दी इसकी चपेट में आते हैं। निम्न रक्तचाप के मरीजों को दिल की बीमारी, किडनी रोग व थायरॉयड को भी बुलावा देता है।
प्रेग्नेंसी में लो बीपी: गर्भावस्था में लो बीपी कई महिलाओं को अपनी चपेट में लेता है, पर लगातार लो बीपी की शिकायत रहना महिला व गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार प्रेग्नेंसी के 24वें सप्ताह तक गर्भवती महिलाओं को लो बीपी की समस्या हो सकती है। कुछ स्टडीज के मुताबिक ये समस्या अगर ज्यादा दिन तक महिलाओं में रहती है तो हो सकता है कि इसके कारण जन्म के समय बच्चे का वजन बेहद कम हो जाए।
इन बातों का रखें ख्याल: गर्मी के मौसम में लोगों को ये परेशानी ज्यादा हो सकती है क्योंकि पसीने के माध्यम से नमक शरीर के बाहर निकल जाता है। ऐसे में इस मौसम में हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। चक्कर आने पर लोग नमक, चीनी और पानी का घोल बना कर भी पी सकते हैं। इसके अलावा, छाछ में नमक, भुना हुआ जीरा और हींग मिलाकर, इसका सेवन करते रहने से भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। वहीं, प्रेग्नेंट महिलाओं को भी अपनी जीवन शैली की ओर खास ध्यान देने की जरूरत है। खाने के बीच ज्यादा गैप न रखें, नहाते वक्त अधिक गर्म पानी के इस्तेमाल से परहेज करें। उठते और लेटते वक्त संयम बरतें। शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति हो इसके लिए संतुलित आहार का सेवन करें।