आपको यकीनन याद होगा कि जब बचपन में हमारे दूध के दांत टूटते थे तो हम उन दांतों को संभाल कर सकते थे। कई बार तो हमारे पैरेंट्स भी हमारे पहले टूटे हुए दांत को काफी समय तक संभाल कर रखते थे। इससे जुड़ी बहुत सी कहानियां हमने बचपन में सुनी होंगी कि दांत को रखने ये होता है, वो होता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा था कि इसके पीछे भी एक वैज्ञानिक कारण है जिसकी वजह से आजकल डॉक्टर भी माता-पिता को उनके बच्चे का पहला दूध का दांत टूटने के बाद संभाल कर रखने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसा क्या कारण है जिससे बच्चों के टूटे दांत संभाल कर रखते हैं कुछ पैरेंट्स।
दांत को संभाल कर रखने के पीछे का मुख्य कारण है आपके बच्चे का स्वास्थ्य। साइंटिस्ट का मानना है कि अगर आप दांत को संभाल कर रखती हैं तो इसका इस्तेमाल डेंटल स्टेम सेल्स का निकालने के लिए किया जा सकता है। ये सेल्स आपके बच्चे को एक खतरनाक स्वास्थ्य समस्या से भी बचा सकते हैं।
हम सभी जानते हैं कि हमारा शरीर लाखों-करोड़ो कोशिकाओं से बना होता है। शरीर में तीन तरह की कोशिकाएं होती हैं और इनके अलग-अलग कार्य होते हैं। स्टेम सेल्स यंग सेल्स होती है जो कि विकसित होकर अन्य तरह की सेल्स में बदल सकती हैं। ये सेल्स दांतों या शरीर की अन्य हड्डियों में पाई जाती हैं। इन्हें प्रीजर्व करके रखा जा सकता है और बाद में स्टेम सेल्स के उत्पादन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
वैज्ञानिक स्टेम सेल्स के सभी उपयोगों पर रिसर्च कर रहे हैं। वेज्ञानिकों कै मानना है कि स्टेम सेल्स डैमेज्ड सेल्स को रिप्लेस करके कैंसर से लड़ने में भी मददगार हो सकती हैं। हालांकि इस पर अभी रिसर्च जारी है। इसे स्टेम सेल्स थेरेपी कहा जाता है।
बहुत से लोग बच्चों के दांतों को सुरक्षित रखने के लिए ढ़ेर सारा पैसा खर्च करते हैं ताकि इनसे स्टेम सेल्स को एक्सट्रैक्ट किया जा सकते हैं और उनके बच्चे को किसी भी तरह की संभावित बीमारी से बचाया जा सके।
हालांकि स्टेम सेल्स को लेकर अभी रिसर्च करना बाकी है कि क्या यह किसी निश्चित बीमारी में उपयोगी है। भविष्य में इसे लेकर बड़े सच सामने आ सकते हैं।