Healthy Heart: शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक होता है दिल। अगर दिल अपना कार्य सुचारू ढ़ंग से करने में असमर्थ हो जाता है तो पूरी की पूरी शारीरिक प्रणाली निरस्त हो सकती है। बता दें कि बॉडी के सभी हिस्सों तक बराबर से खून पहुंचाने का काम हृदय का ही होता है। ऐसे में दिल को मजबूत और सुरक्षित रखने के लिए लोगों को नियमित अंतराल पर चेक-अप्स कराते रहना चाहिए। सिरदर्द, चक्कर आना, सांस में परेशानी, नींद न आना, सांस फूलना, नाक से खून निकलना आदि जैसी परेशानियां दिल के मरीजों में देखी जा सकती हैं। ऐसे में इन समस्याओं से बचना चाहिए के लिए लोगों को अपने खानपान पर ध्यान देना चाहिए। माना जाता है कि शलजम का सेवन दिल के  मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।

क्यों खाएं शलजम: मौसमी फल-सब्जियों का सेवन हमेशा ही लोगों के लिए लाभकारी होता है। कई जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर ये सब्जी आमतौर पर सर्दियों के मौसम में ही उपलब्ध होते हैं। शलजम एक जड़ों वाली सब्जी है जिसमें कम कैलोरी होती है। इसमें पोटैशियम, कॉपर, विटामिन-सी और फाइबर्स पाए जाते हैं।

ब्लड प्रेशर करता है कंट्रोल: हाई ब्लड प्रेशर हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है। बता दें कि जब ब्लड वेसल्स में जब रक्त का दबाव बढ़ जाता है तो उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लडप्रेशर की समस्या हो जाती है। शलजम में मौजूद न्यूट्रिएंट्स हाई बीपी को कंट्रोल करने में मददगार हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में पोटैशियम होता है जो उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

वजन कम करने में मददगार: मोटापा कई बीमारियों के शुरुआती कारणों में से एक है। ऐसे में दिल के मरीजों को अपने वजन पर संतुलन रखना चाहिए। वजन कंट्रोल करने में शलजम भी असरदार साबित होता है। लो कैलोरी फूड में शामिल शलजम मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में भी मददगार है। नियमित रूप से डाइट में शलजम शामिल करने से शरीर में मौजूद फैट बर्न करने में मदद मिलती है।

कैसे करें डाइट में शामिल: कई लोग शलजम को सलाद के रूप में भी खाते हैं, हालांकि थोड़ा कड़वा स्वाद होने के कारण सबसे बेहतर है कि अनानास का रायता बनाकर खाना चाहिए। इसके अलावा, सूप और सब्जी में डालकर भी इसका सेवन किया जा सकता है।