खराब डाइट, कम होती फिजिकल एक्टिविटी और बिगड़ता लाइफस्टाइल आज हमारी सेहत पर सीधा असर डाल रहा है। पहले जो समस्याएं 50 साल की उम्र के बाद दिखाई देती थीं, अब वही परेशानियां 25–30 की उम्र में ही लोगों को जकड़ने लगी हैं। हड्डियों और जोड़ों में दर्द, सूजन, कमजोरी और अकड़न जैसी परेशानियां तेजी से बढ़ रही हैं। खासतौर पर सर्दियों में यह समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है, क्योंकि ठंड के मौसम में जोड़ सिकुड़ने लगते हैं, ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ जाता है।सर्दी बढ़ते ही कई लोग सुबह उठते समय stiffness, घुटनों में दर्द, पीठ में खिंचाव और हाथ-पैरों में सूजन महसूस करने लगते हैं। ठंड के कारण शरीर में इंफ्लेमेशन भी बढ़ सकता है, जिससे सामान्य मूवमेंट असहज हो जाता है और रोजमर्रा के कामों पर असर पड़ता है।
हेल्थलाइन के मुताबिक जिन लोगों की डाइट में कैल्शियम, विटामिन D, ओमेगा-3 और प्रोटीन की कमी होती है, या जो लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठे रहते हैं उन्हें हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ आसान और असरदार घरेलू तरीकों को अपनाकर आप इस समस्या से काफी हद तक राहत पा सकते हैं।
जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव न केवल जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करते हैं बल्कि हड्डियों को मजबूत भी बनाते हैं। सर्दियों में जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द और स्टिफनेस से राहत पाने के लिए 5 आसान और कारगर उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप ठंडे मौसम में भी शरीर को एक्टिव और स्वस्थ रख सकते हैं।
लेयर्ड कपड़े पहनकर शरीर को गर्म रखें
सर्दियों में जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से राहत पाने का सबसे आसान तरीका शरीर को गर्म रखना है। ठंडे तापमान में मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और जोड़ अकड़ने लगते हैं। थर्मल लेयर्स, ऊनी मोजे और ग्लव्स पहनने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द कम होता है। इसके अलावा, हीटिंग पैड या गर्म पानी की बोतल को दर्द वाली जगह पर रखने से तुरंत आराम मिलता है।
हल्की एक्सरसाइज करें ताकि मांसपेशियां लचीली रहें
ठंड में भी शरीर को मूवमेंट में रखना जरूरी है। स्ट्रेचिंग, योग या हल्की वॉक जैसे हल्के व्यायाम ब्लड फ्लो सुधारते हैं, जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं और stiffness कम करते हैं। जो लोग बाहर की ठंड बर्दाश्त नहीं कर पाते, वे घर पर ही वर्कआउट कर सकते हैं। नियमित एक्सरसाइज से जोड़ चिकने रहते हैं और शरीर गर्म रहता है।
गर्म पानी से नहाएं
मेंटॉल या कैप्सेसिन वाली क्रीम लगाने से दर्द वाले हिस्से में तुरंत आराम मिलता है। गर्म पानी से स्नान या हाइड्रोथेरेपी मांसपेशियों को रिलैक्स करती है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती है। नहाने के पानी में एप्सम सॉल्ट मिलाने से शरीर और अधिक रिलैक्स होता है और दर्द में जल्दी राहत मिलती है। यह सर्दियों में एक बेहतरीन घरेलू उपाय है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स से भरपूर डाइट लें
सही डाइट सर्दियों में जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को काफी हद तक कम कर सकती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली, नट्स और सीड्स का सेवन करें। विटामिन D के लिए अंडे और फोर्टिफाइड डेयरी उत्पाद शामिल करें। हल्दी और अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो लंबे समय तक होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
ठंड में भी बॉडी को हाइड्रेटेड रखें
सर्दियों में लोग अक्सर पानी कम पीते हैं, लेकिन हाइड्रेशन जोड़ो की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। पानी कार्टिलेज को नर्म और लचीला रखता है, जिससे stiffness कम होती है और दर्द में आराम मिलता है। गरम हर्बल चाय, फ्लेवर इन्फ्यूस्ड वॉटर या गर्म सूप अच्छे विकल्प हैं जो आपको गर्म भी रखते हैं और हाइड्रेट भी।
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