Fish Oil, Fish Oil for Heart, Fish Oil Benefits: मछली के तेल को लोग नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लामेटरी ड्रग्स (NSAID) के प्राकृतिक विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। इसमें किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता, साथ ही ये कई तरह के सूजन को कम करने में भी सक्षम है। स्टार्ट्स ऐट 60 में छपी खबर के अनुसार, ये जोड़ों के दर्द और अकड़न को भी कम करती है। इसके अलावा, मछली ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का भी बेहतर स्रोत माना जाता है। हड्डियों को मजबूत रखने से लेकर दिल को तंदरुस्त रखने तक में कारगर होती है ओमेगा 3। हालांकि, ये शरीर में अपने आप नहीं बनती इसलिए ओमेगा 3 से भरपूर आहारों को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए।
मछली के तेल का इतना करें इस्तेमाल: रिपोर्ट के अनुसार, हार्ट फाउंडेशन हफ्ते में 2 से 3 बार 150 ग्राम ऑयली फिश खाने की सलाह देता है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया नैशनल हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च काउंसिल की मानें तो पुरुषों को प्रतिदिन लगभग 610 एमजी तैलीय मछली खाना चाहिए जबकि महिलाओं को महिलाओं को 430 एमजी तैलीय मछली का सेवन करना चाहिए। ओमेगा 3 फैटी एसिड ट्यूना, हलिबेट, शैवाल, क्रिल्ल जैसी मछलियों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अगर आप ज्यादा ऑयली फिश नहीं खाते तो फिश ऑयल सप्लीमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। मछली के तेल में भी लगभग उतने ही पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
इन बीमारियों के इलाज में भी है कारगर: ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखता है। इसके अलावा, कई शोध में ये साबित होता है कि मछली के सेवन से शरीर में सूजन नहीं होता। सूजन नहीं होने पर लोगों को दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा भी घटता है। वहीं, जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस की समस्या में भी लोग मछली खाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मछली के तेल के इस्तेमाल से दिमाग और हमारी त्वचा भी सेहतमंद रहती है। साथ ही साथ, डिप्रेशन और घबराहट को कम करने में भी ये कारगर है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड के अन्य स्रोत: ओमेगा-3 फैटी एसिड सिर्फ मांसाहारी भोजन में ही नहीं मिलता बल्कि कई शाकाहारी आहार भी इसके बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं। यह अखरोट जैसे सूखे मेवों, अलसी, सूरजमुखी, सरसों के बीज, सोयाबीन, स्प्राउट्स, ब्रोकली, शलजम, टोफू, हरी बीन्स, गोभी हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ ही स्ट्रॉबेरी, रसभरी जैसे फलों में काफी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा, शरीर में इस एसिड की मात्रा को संतुलित रखने के लोग गाय का दूध, मूंगफली और अंडे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

