आमतौर पर शरीर के अलग-अलग अंगों पर खुजली का अहसास होना आम बात है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। मच्छर या किसी अन्य कीड़े के संपर्क में आने से आपको खुजली हो सकती है, अगर आपकी स्किन ड्राई है तो आपको उसपर खुजली का अहसास हो सकता है। इसके अलावा कई बार धूल-मिट्टी के संपर्क में आने से भी आपको खुजली का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, अगर बीते कुछ समय से आपको लगातार केवल हाथ और पैरों के तलवे में खुजली का अहसास हो रहा है, तो बता दें कि शरीर के एक महत्वपूर्ण अंग के ठप पड़ने की ओर इशारा हो सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लगातार त्वचा में खुजली होना, इसमें भी हाथ और पैरों में खुजली का अहसास ज्यादा होना लिवर की बीमारी का संकेत है। लिवर हमारे शरीर के बेहद महत्वपूर्ण अंगों में से है, जो बॉडी में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकलाने में मददगार है, साथ ही यह भोजन पचाने के अलावा कई और जरूरी कार्यों में भी अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, आज के समय में खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते बेहद कम उम्र में ही लोगों को लिवर से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं। इनमें भी नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या बेहद आम है। इसी समस्या के चलते अक्सर लोगों को हाथ-पैर में तेज खुजली से जूझना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर फैटी लिवर है क्या?
खराब खानपान जैसे ज्यादा जंक फूड, मीठा और तला-भुना खाने से लिवर के आसपास फैट जमा होने लगता है। इसी कंडीशन को नॉन अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज यानी एनएएफएलडी कहा जाता है। एनसीबीआई यानी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के मुताबिक, बॉडी में फैट्स जब लिवर के वेट से 10 फीसदी ज्यादा बढ़ जाता है, उस दशा में लिवर सुचारू रूप से कार्य नहीं कर पाता है। वहीं, अगर लंबे समय तक इस बीमारी पर ध्यान ना दिया जाए, तो ये लिवर सिरोसिस का कारण भी बन सकती है। आसान भाषा में समझें समय के साथ ये समस्या लिवर को पूरी तरह सड़ाकर आपको बहुत अधिक बीमार बना सकती है। ऐसे में समय रहते इस समस्या पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
क्यों होती है खुजली?
दरअसल, लिवर के ठीक ढंग से काम न करने के चलते खून में पित्त बनने लगता है। इस स्तिथि में पित्त खून में मिलने लगता है और स्किन के निचले हिस्से पर इकट्ठा हो जाता है। ऐसे में स्किन बेहद ड्राई हो जाती है और पीड़ित को पैरों और हाथों में तेज खुजली का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा जैसा कि ऊपर जिक्र किया गया है, लिवर की मदद से बॉडी में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं लेकिन जब लिवर सही ढंग से काम नहीं कर पाता है तो, बॉडी के निचले भाग में इन विषाक्त पदार्थों का निर्माण होने लगता है, जिससे पेरिफेरल एडिमा की समस्या व्यक्ति को घेरना शुरू कर देती है। इसके चलते तलवों में दर्द और खुजली होने लगती है। ऐसे में अगर आपको भी हर वक्त इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो एक बार लिवर की जांच जरूर करा लें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।