Fatty Liver Diet: नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज बीमारी से वर्तमान समय में कई लोग ग्रस्त हैं। इस रोग में मरीजों के लिवर में फैट जमा हो जाता है जो इसके आकार को बढ़ा देता है। परेशानी ये उत्पन्न होती है कि फैटी लिवर के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को खाना पचाने और पेट के दाहिने ओर ऊपरी हिस्से में दर्द या असुविधा हो सकती है। अगर इस ओर ध्यान न दिया जाए तो ये बीमारी लिवर सिरोसिस का रूप ले सकती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी को ठीक करने के लिए लोगों को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना चाहिए।
क्या खाना होगा फायदेमंद: विशेषज्ञों के अनुसार डाइट में कुछ हल्के बदलाव करने से भी लिवर स्वस्थ रहेगा। लिवर फ्रेंडली डाइट में एक्सपर्ट्स फल और सब्जियों जैसे कि केल, पालक और दूसरी हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। साथ ही, साबुत अनाज और दाल जैसे हाई फाइबरयुक्त भोजन खाने से भी फैटी लिवर की परेशानी को कम की जा सकती है। इसके अलावा, जिन लोगों को लिवर की इस बीमारी का खतरा अधिक होता है उन्हें कॉफी पीना चाहिए।
दुनिया भर में 25 फीसदी लोग फैटी लिवर से ग्रस्त हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक लिवर से सूजन को कम करने में भी कुछ फूड्स मददगार साबित होते हैं। नट्स, फैटी फिश, ग्रीन टी और प्लांट बेस्ड फूड्स का सेवन फायदेमंद होगा। वहीं, लिवर फैट, कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों के लिए मेडिटेरेनियन डाइट फॉलो करना फायदेमंद है।
इन चीजों से करें परहेज: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक फैटी लिवर से ग्रस्त मरीजों को कुछ फूड्स को अपनी डाइट से बाहर का रास्ता भी दिखाना चाहिए। इस बीमारी के पीड़ितों को हैवी या तेल-मसाले से भरपूर भोजन, कच्चे-पके फूड्स, जंक फूड, और मैदा का सेवन करने से बचना चाहिए।
इसके अलावा, लोगों को हाई प्रोसेस्ड फूड्स को खाने से भी बचना चाहिए ताकि आपका लिवर स्वस्थ रह सके। इससे संपूर्ण सेहत को बेहतर करने में मदद मिलती है। साथ ही, उन खाद्य पदार्थों से जिनमें नमक या चीनी की मात्रा ज्यादा होती है परहेज करना चाहिए।
वहीं, शराब का सेवन फैटी लिवर के खतरे को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। ऐसे में लोगों को एल्कोहल और रिफाइंड फूड्स के सेवन से बचना चाहिए।