Home Remedies For Diabetes: हाई ब्लड शुगर का समय से इलाज नहीं किया गया तो यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। कई बार हाई शुगर लेवल का पता नहीं चल पाता है, जो धीरे-धीरे आपके शरीर और शरीर के भीतर की अंगों को बीमारियों की चपेट में ले लेता है।
दिल्ली AIIMS की न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका शेरावत ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि मधुमेह से पीड़ित मरीजों को समय-समय पर अपने शुगर लेवल की जांच करते रहना चाहिए। हाई ब्लड शुगर सिर्फ डायबिटीज के लिए ही नहीं बल्कि कई अन्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार है।
यदि मधुमेह को अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो हाई ब्लड शुगर नसों और रक्त वाहिकाओं को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। इतना ही नहीं, इससे स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है। यह आंख के रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है, दिल का दौरा पड़ सकता है और गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कि हाई ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने के लिए क्या कर सकते हैं।
जल्द ही अपना आहार बदलें
मधुमेह के रोगियों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर आपको ऐसा लगता है कि आपका ब्लड शुगर लेवल कम नहीं हो सकता है। इसलिए आपको तुरंत अपने आहार में बदलाव करना चाहिए। अपने आहार में सेब, कीवी, एवोकाडो और जामुन जैसे फलों को शामिल करें।
हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद
मधुमेह रोगियों के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद बेहद फायदेमंद है। चूंकि पाचन क्रिया गड़बड़ होने मधुमेह जैसी की बीमारियों का जन्म होता है ऐसे में पाचन को दुरुस्त रखने के लिए डाइट में फाइबर युक्त चीजों को शामिल करना चाहिए। सलाद के कारण मरीजों को दवाई से हो रही समस्याओं से राहत मिल सकती है।
ड्राई फ्रूट्स का करें सेवन
ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए चिया सीड्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। HealthifyMe के मुताबिक मधुमेह के मरीजों को किशमिश, खुबानी, सूखा आलूबुखारा, अंजीर, बादाम, काजू, आड़ू, अखरोट, पिस्ता आदि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल करने से फायदा हो सकता है।
व्यायाम करना न भूलें
डाइट के साथ-साथ फिजिकल एक्टिविटी पर भी ध्यान देना चाहिए। सप्ताह में कम से कम तीन बार तीस मिनट तक व्यायाम करें। यह लंबे समय तक ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही हाई ब्लड शुगर मरीजों को अपने शुगर को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर से मिलना चाहिए और इसके इलाज के लिए मदद लेनी चाहिए।