Uric Acid Home Remedies: यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में पाचन प्रक्रिया के दौरान प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने पर ब्लड में बनने लगता है। शारीरिक अक्रियता, ज्यादा नॉनवेज खाने व आनुवांशिक कारणों से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इस स्थिति को हाइपरयूरिसेमिया कहते हैं, जिसमें जोड़ों में दर्द, उठने-बैठने में तकलीफ व अन्य हड्डियां संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सोयाबीन चंक्स यूं तो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं, लेकिन ये फूड प्रोडक्ट यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने का कार्य भी करते हैं। आइए जानते हैं कैसे करते हैं यूरिक एसिड के स्तर को प्रभावित –
आमतौर पर लोग सोया चंक्स को लोग अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा शामिल करने की कोशिश करते हैं। लेकिन इनके अधिक खुराक से लोगों के शरीर में यूरिक एसिड की भी अधिकता होती है। इसमें मौजूद प्यूरीन प्रोटीन शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। ये प्रोटीन हमारे शरीर में खुद-ब-खुद तो बनते ही हैं, साथ में कुछ फूड आइटम्स में भी मौजूद होते हैं। इसके साथ ही, प्यूरीन किडनी की फिल्टर करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी डैमेज और जोड़ों में दर्द व सूजन का खतरा बढ़ जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार एक दिन में 25 से 30 ग्राम सोया चंक्स खाने से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। न ही यूरिक एसिड की मात्रा पर कोई असर होता है।
तमाम फायदों के बावजूद इसके अधिक सेवन से लोग कई बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर कोई पुरुष सोया चंक्स या सोया के अन्य उत्पादों का अधिक सेवन करता है तो उससे उनमें एस्ट्रोजेन डॉमिनेन्स की परेशानी हो सकती है। इस स्थिति में पुरुषों में फेमिनिन बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
वहीं, महिलाओं में सोया चंक्स का अधिक सेवन पिंपल्स, मूड स्विंग्स, वॉटर रिटेंशन, सूजन और बढ़ते वजन का कारण बन सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सोया ज्यादा खाने से शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन का उत्पादन भी बढ़ता है।
इसके अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सोया चंक्स के ओवर ईटिंग से कब्ज यानी कॉन्स्टिपेशन, नॉसिया और बार-बार पेशाब लगने की दिक्कत भी हो सकती है।