Uric Acid Remedies: वर्तमान समय में कोई भी छोटी से छोटी स्वास्थ्य परेशानी क्यों न हो, लोग तुरंत ही दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। हालांकि, इन दवाइयों का स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। इनमें मौजूद साइड इफेक्ट्स शरीर को किसी अन्य बीमारी की चपेट में ला सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि जो लोग जरूरत से ज्यादा दवाइयों का सहारा लेते हैं, उनमें यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इस वजह से हाथ-पैर में सूजन, जोड़ों में दर्द और उंगलियों की गांठों में सूजन आने लगती है। बुखार, शरीर में कंपन और तलवों में जलन जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ उपायों का इस्तेमाल करके लोग इसकी मात्रा पर कंट्रोल कर सकते हैं।
ज्यादा मात्रा में पीयें पानी: जिनके शरीर में यूरिक एसिड उच्च मात्रा में मौजूद होता है उन्हें स्वास्थ्य विशेषज्ञ ज्यादा तरल पदार्थ लेने की सलाह देते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक सूजन और दर्द को कम करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। साथ ही, इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ दूर हो जाते हैं। बताया जाता है कि जिनके शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता हो, उन्हें कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए।
पर्याप्त नींद लें: जो लोग कम सोते हैं उनके शरीर से स्ट्रेस हॉर्मोन निकलने लगता है। इस हार्मोन के प्रभाव से यूरिक एसिड के बढ़ने की संभावनाएं भी ज्यादा हो जाती हैं। ऐसे में पूरी नींद लेना आवश्यक हो जाता है।
लंबे समय तक भूखे नहीं रहें: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ज्यादा उपवास करने या हद से ज्यादा डाइटिंग करने से भी यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है। इसलिए हर कुछ देर के अंतराल पर खाते रहें।
ज्यादा मीठा और नमकीन भोजन से बनाएं दूरी: अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड अधिक मात्रा में मौजूद है तो फ्रुक्टोज वाला खाना खाने से भी शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। वहीं, ज्यादा नमकीन खाने से किडनी पर असर पड़ता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
सी फूड्स से करें परहेज: समुद्री भोजन जैसे कि झींगा, केकड़ा और टूना, ट्राउट जैसी आम मछलियां खाने से भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इन फूड्स में प्यूरीन की मात्रा बेहद अधिक होती है। ऐसे में इनसे परहेज करें।
