Cardiac Arrest Sign: पहले कुछ समय की बात करें, तो खराब लाइफस्टाइल और खानपान को कार्डियक अरेस्ट का जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन पिछले कुछ सालों से ऐसे केस आ रहे हैं जिसमें लोग हंसते खाते मौत के आगोश में समा जाते हैं। इसमें आम जानता ही नहीं बल्कि बड़े-बड़े सितारे भी शामिल है। अब इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है वह है सीरियल अनुपमा फेम नीतेश पांडे।  एक्टर का 51 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें महाराष्ट्र के इगतपुरी में कार्डियक अरेस्ट आने से रात करीब 2 बजे निधन हो गया। कार्डियक अरेस्ट आज के समय में सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आ रहा है, क्योंकि इसे कम उम्र के लोग भी तेजी से शिकार हो रहे हैं।

मायो क्लिनिक के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट दिल से संबंधित एक गंभीर बीमारी। यह समस्या होने पर दिल से दूसरे अंगों  की सूचनाओं का आदान-प्रदान बंद हो जाता है, जिसके कारण इलेक्ट्रिकल सर्किट रुक जाती है। जिससे व्यक्ति का कार्डियक अरेस्ट पड़ जाता है। इसे हार्ट अटैक से भी अधिक खतरनाक माना जाता है, क्योंकि यह बिना किसी चेतावनी के अचानक से आ जाता है।

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, जब किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट होता है, तो उसके दिल के पंपिंग करने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है। जिसके कारण दिल, मस्तिष्क के साथ शरीर के दूसरे हिस्सों में खून नहीं पहुंच पाता है। हालांकि , कार्डियक अरेस्ट आने से पहले कुछ संकेत मिलते हैं जिन्हें जानकर काफी हद तक खुद का बचाव कर सकते हैं।

कार्डियक अरेस्ट आने से मिलने लगते हैं ये संकेत

छाती में दर्द

अगर बिना एक्सरसाइज, दौड़ना या फिर भारी सामान उठाए बगैर तेजी से सीने में दर्द हो रहा है, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

बार-बार  बेहोश होना

कई बार दिल की धड़कन में लगातार उतार-चढ़ाव के कारण भी व्यक्ति बार-बार बेहोश हो सकता है। ऐसे में अगर समय रहते इलाज नहीं किया गया, तो  कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है।

सांस लेने में समस्या होना

कोई परिश्रम काम करने के बाद सांस लेने में समस्या होना आम बात है, क्योंकि शरीर को ऊर्जा देने के लिए हार्ट और लंग्स तेजी से काम करते हैं। लेकिन अगर छोटा सा काम करने में भी आपको सांस लेने में समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

दिल की धड़कन

बार-बार फड़फड़ाहट या अचानक दिल की धड़कन में उतार-चढ़ाव है, तो यह कार्डियक अरेस्ट का लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में अपने हार्ट की जांच जरूर कराएं।

कमजोरी और चक्कर आना

अगर बिना किसी कारण लगातार कमजोरी और चक्कर आ रहे हैं,तो यह भी कार्डियक अरेस्ट होने का एक संकेत हो सकता है।