कैंसर सबसे ज्यादा डराने वाली और जानलेवा बीमारी है। अगर इस बीमारी की समय पर पहचान नहीं की जाए तो जान जाने का खतरा रहता है। मूत्राशय का कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो तब होता है जब मूत्राशय की परत (bladder lining) में असामान्य ऊतकों (tumor) की वृद्धि हो जाती है। ब्लैडर शरीर का एक अंग है जिसमें पेशाब जमा होता है और निकलता है। पेशाब में कई अपशिष्ट होते हैं जो ब्लैडर में जमा हो जाते हैं।

अगर यह टॉक्सिन पेशाब से बाहर नहीं निकलते तो ब्लैडर, किडनी, पेशाब की नली को डैमेज कर सकते हैं। ब्लैडर कैंसर के लक्षणों की शुरुआत में पहचान कर ली जाए तो 80 फीसदी लोग जिंदा रह सकते हैं। 25 फीसदी मामलों में इस बीमारी की पहचान बेहद देरी से होती है। खासकर महिलाओं में इस बीमारी के लक्षण काफी देर से पकड़ में आते हैं। आइए जानते हैं कि ब्लैडर कैंसर के लक्षणों की पहचान कैसे करें।

पेशाब में खून आना:

एनएचएस यूके (National Health Service in UK) के अनुसार पेशाब में खून आना इस बात का प्रमुख संकेत है कि आपके मूत्राशय में कुछ गड़बड़ है। यह लक्षण 85 प्रतिशत मामलों में होते हैं। पेशाब में ब्लड कभी-कभी गुलाबी, चमकीला लाल, भूरा, या बस हल्के से धारियों वाला हो सकता है। आमतौर पर ये वॉर्निंग साइन दर्द रहित होते हैं।

पेशाब में खून आने की अन्य समस्याएं:

हेमटुरिया(Haematuria) का मतलब यह नहीं है कि आपको मूत्राशय का कैंसर है। यह यूरिनरी ट्रेक इंफेक्शन(यूटीआई), मूत्राशय की पथरी, मूत्राशय या पुरुषों में बढ़े हुए प्रोस्टेट का संकेत हो सकते हैं। पेशाब में कई कारणों से खून आ सकता है लेकिन आप इनमें से किसी भी एक समस्या को नजरअंदाज नहीं करें।

ब्लैडर कैंसर के अन्य लक्षण:

पेशाब में ब्लड आने के अलावा मूत्राशय कैंसर के अन्य लक्षण भी हो सकते है जैसे अधिक बार पेशाब करने की इच्छा होना,अचानक पेशाब करने की इच्छा,पेशाब करते समय जलन,आपके निचले पेट या पीठ में दर्द,थकान महसूस करना,भूख न लगना और हड्डी का दर्द होना शामिल है।

ब्लैडर कैंसर से बचाव के उपाय:

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार इस बीमारी से बचाव करने के लिए लोगों को अपने लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करना चाहिए। जो लोग धूम्रपान करते हैं उन्हें छोड़ देना चाहिए क्योंकि यह आपके कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है। हर रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। पानी का अधिक सेवन मूत्राशय के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। डाइट में फलों और सब्जियों का सेवन करें। फल और सब्जियों का सेवन हेल्दी डाइट में शामिल हैं जिनका सेवन करने से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कम होता है।