मौसम में बदलाव के कारण हम अक्सर सर्दी और फ्लू से प्रभावित हो जाते हैं। हालांकि यह आम बीमारी है। इसके दौरान अधिकतर लोग दो सप्ताह के अंदर अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन सर्दी-जुकाम के कारण आपको काफी असहजता महसूस करनी पड़ती है। ऐसे में आप इसका इलाज तलाशते हैं। हम आपको सर्दी-जुकाम से यहां आसानी से छुटकारा पाने के लिए बिल्कुल प्राकृतिक उपचार बता रहे हैं। हम बात कर रहे हैं लौंग, तुलसी, काली मिर्च और अदरक से बनी चाय की। भारत में चाय लोगों का सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थ है। सुबह-शाम चाय पीना बहुत से लोगों की आदत में शुमार होता है। आइए जानते हैं इसे कैसे बनाएं।

कैसे बनाएं लौंग, तुलसी, काली मिर्च और अदरक की मसाला चाय
साधारण चाय में कुछ मसाले मिलाकर आप इसे स्वादिष्ट और सेहतमंद बना सकते हैं। चाय में लौंग, अदरक और इलायची, काली मिर्च और तुलसी के कुछ पत्ते मिलाने पर आप इसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों को कई गुना बढ़ा सकते हैं। एक गिलास पानी लेकर इसमें एक चम्मच चाय पत्ती डाल लें। अब इसमें ऊपर बताए गए सभी मसाले मिला लें। अब इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा हो जाए। चाहे तो दूध मिला सकते हैं या ब्लैक टी का सेवन भी कर सकते हैं। इसका फ्लेवर बढ़ाने के लिए एक चम्मच शहद मिलाकर इसे गर्मागरम पिएं।

इस चाय के फायदे:

1. यह चाय एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से युक्त है। इसमें पॉलीफैनल होता है जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। यह फ्री-रेडिकल्स को कम करता साथ ही कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। इससे सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है।

2. इस चाय के सेवन से पाचन भी बेहतर रहता है। काली मिर्च में प्राकृतिक रुप से डाइजेस्टिव एंजाइम होते है, जिससे यह पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए उपयोगी है।

3. इस चाय में मौजूद अदरक जी मिचलाने की समस्या में एक उपयोगी औषधि के रुप में काम करता है। अदरक में मौजूद बायो-एक्टिव यौगिक और एंटी-इफ्लेमेंट्री गुण जी-मिचलाने की समस्या को कम करते हैं।

4. अदरक में इबुप्रोफेन गुण होते हैं जो कि अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही लौंग और दालचीनी में भी एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण होते है जो शरीर में सूजन को कम करते हैं।