यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हर इंसान की बॉडी में बनते हैं। इनका बनना बॉडी के लिए फायदेमंद भी है। ये टॉक्सिन जैसे-जैसी बनते हैं किडनी अपना काम करके इनको यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। यूरिक एसिड जब बॉडी से बाहर नहीं निकलता तो बॉडी में कई तरह की परेशानियां पैदा कर देता है। हाई यूरिक एसिड की वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन पैदा होती है।

वेबएमडी के मुताबिक यूरिक एसिड बनने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे बहुत अधिक शराब पीना, बहुत अधिक सोडा पीना, डाइट में फ्रुक्टोज का अधिक सेवन, आनुवंशिकी, हाई ब्लड प्रेशर, कुछ खास दवाओं का सेवन, किडनी से जुड़ी बीमारी होना, लेकिमिया, मेटाबॉलिज्म से संबंधित डिजीज,बढ़ता मोटापा, सोरायसिस, प्यूरीन से भरपूर डाइट का सेवन करने से ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।

बढ़ते यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल में करना बेहद जरूरी है वरना हाथ-पैरों के जोड़ों में भयंकर दर्द होता है, जोड़ों में सूजन होने लगती है। ये यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है और उठना-बैठना तक दूभर करता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट, डॉक्टर भूषण रिसर्च लैब के डॉक्टर समीर भूषण के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो किचन में मौजूद सौंफ, छोटी इलायची, सूखा पुदीना और सौंठ का सेवन करें। ये चारों मसाले यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में औषधि की तरह काम करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सौंफ,छोटी इलाइची, सुखा पोदीना और सौंठ का सेवन कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है और बॉडी को हेल्दी रखता है।

सौंफ,छोटी इलायची, सूखा पुदीना और सौंठ से यूरिक एसिड का इलाज

सौंफ एक ऐसा माउथ फ्रेशनर है जिसका सेवन हम अक्सर खाना खाने के बाद करते हैं। डॉक्टर भूषण के मुताबिक सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड की वजह से हड्डियों में होने वाले दर्द और सूजन को कम करते हैं। सौंफ का सेवन पाचन को दुरुस्त करता है और बॉडी में होने वाली गैस और अपच से भी राहत दिलाता है।

इलायची एक ऐसा मसाला है जो ब्लड की गंदगी को बाहर निकालता है। इसका सेवन उसका पानी या चाय के रूप में किया जाए तो ये एक डिटॉक्सिफाइंग एजेंट के रूप में काम करता है। ये बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालता है और जोड़ों के दर्द से निजात दिलाता है।

सुखा पुदीना में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं जो ब्लड से टॉक्सिन को यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकालने में मददगार हैं। सोंठ में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम और विटामिन मौजूद होता है जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है और दर्द को दूर करता है। सौंठ का सेवन करने से बॉडी डिटॉक्स होती है और बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचता है।

सौंफ,छोटी इलायची, सूखा पुदीना और सौंठ की चाय कैसे तैयार करें

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आप सौंफ, इलायची,सूखा पुदीना और सौंठ का सेवन उसकी चाय बनाकर करें। इन सभी मामलों की चाय बनाने के लिए आप 4-5 इलायची के दाने निकालें। एक चम्मच सूखा पुदीना, एक चम्मच सौंफ और आधा चम्मच सौंठ का पाउडर लें। अब 4 गिलास पानी लें और उसे पैन में डालें। अब इस पानी में ये चारों मसाले मिलाएं और उसे तब तक पकाएं जब तक ये पानी दो गिलास तक नहीं रह जाए। आप इस पानी का सेवन एक हफ्ते तक करें आपके जोड़ों का दर्द और सूजन कंट्रोल रहेगी। यूरिक एसिड नॉर्मल आ जाएगा।