चाय केवल रिफ्रेशमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पेय पदार्थ नहीं है, बल्कि यह तमाम तरह की समस्याओं के उपचार में भी काम आता है। चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले टी-बैग्स खरोंच, चोट, सूजन आदि के इलाज में भी काम आते हैं। ये एंटी-ऑक्सीडेंट्स, फ्लेवोनॉयड्स, टैनिन्स, पॉलीफेनॉल्स, एंटी-इन्फ्लेमेट्री और एंटी-सेप्टिक आदि से भरपूर होते हैं। चलिए जानते हैं विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में टी-बैग्स का इस्तेमाल किस तरह से किया जा सकता है।

1. जलने पर – सनबर्न या फिर किसी तरह की जलन हो, टी-बैग से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है। इसके लिए टी-बैग्स को गर्म पानी से बाहर निकालकर ठंडा होने के लिए रख दें। फिर उन्हें जली हुई जगह पर रखें। बिना रगड़े उसे जलन पर रखे रहने दें। इसके अलावा किसी तरह के रैशेज और कीड़ों-मकोड़ों के काटने से हो रही खुजली को भी टी-बैग की मदद से सही किया जा सकता है।

2. खरोंच लगने पर – टी-बैग त्वचा पर लगे बाहरी खरोंचों को जल्द ही ठीक करने में सक्षम है। टी-बैग्स में टैनिन होता है जो खरोंचों से निकलने वाले ख़ून को रोकता है। साथ ही भीगे टी-बैग को खरोचों पर लगाने से वे जल्द ठीक हो जाते हैं।

3. मसूढ़ों से खून आने पर – अगर आपके मसूढ़ों से खून आ रहा हो तो टी-बैग्स आपके काम आ सकते हैं। इसके लिए आप मसूढ़ों पर ठंडा किया हुआ यूज़्ड टी-बैग रखें। जल्द ही मसूढ़ों से खून आना बंद हो जाएगा। साथ ही सूजन में भी कमी आएगी।

4. मस्सों के लिए – टी-बैग्स में टैनिक एसिड मौजूद होते हैं। यह मस्सों को प्रभावी बनाने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है। इससे मस्सों के सूखने की प्रक्रिया में तेजी आती है। इसके लिए मस्सों पर गर्म टी-बैग 10 मिनट के लिए रखें। दिन में दो-तीन बार यह प्रक्रिया दुहराने से जल्द ही मस्से सूख जाएंगे।

5. सूजन दूर करने में – इसके लिए सबसे पहले टी-बैग्स को गुनगुने पानी में भिगोएं। इसके बाद उन्हें अपने दोनों आंखों पर 20 मिनट के लिए रखें। इससे सूजन से जल्द ही निजात मिल जाएगी। नींद न पूरी होने की वजह से आंखों के नीचे आने वाले सूजन को भी टी-बैग्स की मदद से सही किया जा सकता है। इससे डार्क सर्कल्स भी हटाए जा सकते हैं।