मध्य प्रदेश और राजस्थान में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से अब तक कई बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चों की मौत का ये नजारा दिल को दहला देने वाला है। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ सिरप पीने के बाद 11 बच्चों की मौत हुई हैं। राजस्थान में भी इस सिरप को पीने से बच्चे बीमार पड़े और कुछ की मौत हुई। जांच में यह पाया गया कि कोल्ड्रिफ सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकोल (Diethylene Glycol, DEG) नामक जहरीला रसायन अत्यधिक मात्रा में मौजूद है।
इस हानिकारक रसायन का असर किडनी, लिवर और बॉडी के दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। सरकार ने Coldrif सिरप की बिक्री पर तुरंत प्रतिबंध लगाते हुए इसे बाजार से हटा दिया है और सभी स्टॉक जब्त करने का निर्देश दिया हैं।

अब सवाल ये उठता है कि आखिर इस दवा में जहर कैसे आया जो क्या पहले भी इस दवा में ये जहर मौजूद था। आकाश हेल्थकेयर में बाल रोग एवं नवजात शिशु विज्ञान में वरिष्ठ सलाहकार,डॉ. मीना जयराम ने जनसत्ता को बताया कोल्ड्रिफ कफ सिरप पहले से ही मार्किट में मौजूद है लेकिन इससे पहले इस तरह के मामले सामने नहीं आए थे। इस सीरप में गलती से डाई एथिलीन ग्लाइकोल (DEG) नामक जहरीले रसायन की मिलावट हुई है जो एक तरह का ज़हर है और बच्चों की मौत का कारण बन रहा है। एक्सपर्ट ने बताया DEG किसी भी सिरप में मौजूद नहीं होता है। ये मिलावट गलती से हुई है।

कोल्ड्रिफ सिरप में कौन-कौन से इंग्रीडेंट हैं मौजूद

कोल्ड्रिफ सिरफ एक ऐसा कफ सिरप है जो दूसरे नाम से भी मार्केट में मौजूद होता है। इस सिरप में पेरासिटामोल (Paracetamol) मौजूद होता है जो दर्द निवारक और बुखार कम करने के लिए मिलाया जाता है। इसमें सिनालैफरीन (Phenylephrine Hydrochloride) मौजूद होता है जो बंद नाक को खोलता है। इस सिरप में डाई एथिलीन ग्लाइकोल की मिलावट हुई है जो दवा नहीं है बल्कि जहर है। देश में बच्चों की मौत के लिए ये कफ सिरप में मौजूद डाई एथिलीन ग्लाइकोल की मिलावट ही जिम्मेदार है। कफ सिरप बच्चों के लिए टेक्निक नहीं है लेकिन इसमें मिलावट की गई है जिसकी वजह से ये जहर बना है।

कोल्ड्रिफ कफ सिरप लेने के बाद किन लक्षणों को गंभीर माना जाना चाहिए?

कोल्ड्रिफ सिरप का ओवरडोज लेने पर बच्चों की बॉडी में कुछ बदलाव दिखते हैं जैसे बच्चे को उल्टी होना,बच्चे को यूरिन कम होना, पेट दर्द है, पीलिया होना, घबराहट, पेट में और चेहरे पर सूजन होना, बच्चे के सुस्त होना, बच्चा ड्राउजी हो जाए तो समझ जाएं कि बच्चों को सिरप से नुकसान पहुंच रहा है।

coldrif cough syrup का इस्तेमाल किस लिए होता है?

coldrif cough syrup का इस्तेमाल सिर्फ बच्चे को सर्दी जुकाम और खांसी को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। Coldrif में मौजूद एंटीहिस्टामिन और अन्य सक्रिय घटक खांसी को कम करने में मदद करते हैं। Phenylephrine जैसे डिकंजेस्टेन्ट अवयव नाक बंद होने को खोलने में सहायक होते हैं। सिरप जुकाम, छींक और गले की खराश जैसी समस्याओं में राहत देता है। Paracetamol की वजह से हल्का बुखार और सिरदर्द, बदन दर्द कम करने में मदद मिलती है।

कफ सिरप पिलाते समय ये सावधानी जरूर बरतें (Precautions)

  • बच्चों में सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
  • ज्यादा मात्रा या लंबे समय तक सेवन से किडनी, लिवर और अन्य अंगों पर असर पड़ सकता है।
  • पिछले कुछ महीनों में इसके सेवन से बच्चों की मौत की घटनाओं के कारण कई राज्यों में यह बैन भी किया गया है इसलिए आप अपनी मर्जी से ओवर द काउंटर इन दवाओं का सेवन नहीं करें। 

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