Diabetes: डायबिटीज की बीमारी में व्यक्ति को अपने शरीर का खास ख्याल रखना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि डायबिटीज के मरीज अगर अपने शरीर का और दिनभर की अपनी गतिविधियों का ध्यान रखते हैं तो उनकी ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकती है। माना जाता है कि ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।
डायबिटीज के मरीज को आंखों और किडनी के रोग और उनमें सुन्नपन आना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि ब्लड शुगर लेवल फास्टिंग 70-110 मिलीग्राम/ डीएल और खाना खाने के 1 से 2 घंटे बाद का 100-140 मिलीग्राम डीएल बना रहे। इस लेवल को बनाए रखने के लिए डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
रोजाना 45 मिनट से 1 घंटे तक पैदल चलने की आदत डालें। अपनी दवाईयों और इंसुलिन को कभी इग्नोर न करें। बहुत अधिक कैलोरी वाले भोजन का सेवन न करें। ताकि आपका वजन भी नियंत्रित रहे।
अपनी डाइट में फलों और हरी सब्जियों को शामिल करें। इन्हें खाने से आपका शरीर स्वस्थ होगा और बीमारियां दूर रहेंगी। कोशिश करें ज्यादा-से-ज्यादा पानी पीएं।
सुबह उठने के बाद 2 घंटे में नाश्ता जरूर कर लें। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सुबह उठने के बाद लंबे समय तक भूखे रहने से भी बॉडी का ब्लड शुगर बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीज की यह कोशिश रहनी चाहिए कि वह हर 2 घंटे में कुछ जरूर खाएं।
डायबिटीज के मरीज को अपने आहार में कुल कैलोरी का 40 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट युक्त पदार्थों से, 40 प्रतिशत फैट युक्त पदार्थों से और 20 प्रतिशत प्रोटीन युक्त पदार्थों से लेनी चाहिए। जबकि जिस डायबिटिक व्यक्ति का वजन ज्यादा हो और उम्र भी बड़ी हो उसे 60 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट से, 20 प्रतिशत फैट से और 20 प्रतिशत प्रोटीन से कैलोरी लेनी चाहिए।
फिटनेस एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हम जो भी खाना खाते हैं वो हमारे शरीर में स्टोर होता चला जाता है, इस खाने की मदद से शरीर में एनर्जी पैकेट बनने लगते हैं और एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी आदि न करने पर यह एनर्जी पैकेट मोटापे और डायबिटीज आदि में बदल जाते हैं। इसलिए जिन लोगों को डायबिटीज की संभावनाएं हों वो अपनी फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाएं और एक्सरसाइज करें। खासतौर अगर आपके माता-पिता, भाई-बहन या दादा-दादी आदि को डायबिटीज की समस्या रही है तो आप भी सतर्क रहें और अपना ख्याल रखें