भारत में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश में करीब 77 मिलियन लोग मधुमेह की बीमारी से ग्रसित हैं। पूरी दुनिया में भारत दूसरे स्थान पर है, जहां डायबिटीज के सबसे अधिक मरीज हैं और एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगले तीन दशक में भारत में यह आंकड़ा 134 मिलियन को छू सकता है। फास्ट फूड का अधिक सेवन और गतिहीन जीवनशैली के कारण लोग डायबिटीज का शिकार हो जाते हैं।

डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित रूप से प्रभावित होता है। जब खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है तो इस स्थिति को हाइपरग्लाइसेमिया कहा जाता है। बॉडी में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने के कारण हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खानपान की आदतों में सुधार कर, ब्लड शुगर लेवल को मैनेज किया जा सकता है। ऐसी चार चीजें हैं, जिन्हें ब्रेकफास्ट में शामिल करने से रक्त शर्करा का स्तर काबू में रहता है।

डायबिटीज के मरीज इन चीजों को करें ब्रेकफास्ट में शामिल-

लो कार्ब डाइट: हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में शरीर ग्लूकोज को ऊर्जा में तोड़ने की क्षमता पूरी तरह से खत्म हो जाती है, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसलिए टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को लो कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए।

मल्टीग्रेन टोस्ट: मधुमेह के रोगियों को मल्टीग्रेन या फिर होल ग्रेन टोस्ट आदि का सेवन करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता। आप अपने नाश्ते में मल्टीग्रेन टोस्ट को शामिल कर सकते हैं।

अंडा: मधुमेह के रोगियों के लिए अंडा बेहद ही फायदेमंद हो सकता है। द ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार हाई प्रोटीन ब्रेकफास्ट खाने से खून में ग्लूकोज का स्तर मेनटेन रहता है।

ओट्स: फाइबर से भरपूर ओट्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद ही कम होता है। इसलिए नाश्ते में ओट्स का सेवन करने से कैलोरी की मात्रा नियंत्रित रहती है और ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज अपने नाश्ते में ओट्स को शामिल कर सकते हैं।