डायबिटीज एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जिसमें मरीजों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। कुछ भी कम-ज्यादा खा लेने से शुगर लेवल में वृद्धि हो सकती है जो कई दूसरी गंभीर शारीरिक जटिलताएं पैदा कर सकता है। डायबिटीज़ का पता चलने के बाद चीनी के अलावा जिस चीज़ पर सबसे पहले रोक लगाई जाती है वो चावल होते हैं, अक्सर आपने देखा होगा कि मधुमेह के मरीजों को चावल न खाने की सलाह दी जाती है।

ब्लड शुगर कंट्रोल करने का सबसे अच्छा माध्यम है कि अपने डाइट में उन चीजों को शामिल करें जिनमें फाइबर ज्यादा और एनर्जी कम हो। दरअसल हमें ग्‍लाइसेमिक इन्डेक्स या जीआई स्कोर के बारे में जानना ज़रूरी है। ग्‍लाइसेमिक इन्डेक्स या जीआई स्कोर विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए दिया जाने वाला स्कोर है, जो कि 0 से 100 के बीच होता है।

जिसका ग्‍लाइसेमिक इन्डेक्स 100 होगा वो आपके ब्लड शुगर को एक दम तेज़ी से बढ़ा देगी। चावल की जिस किस्म का हम में से ज़्यादातर लोग सेवन करते हैं वो हाई-जीआई फ़ूड की श्रेणी में आता है, जिसका GI 70 होता है। हालांकि, आपको इसे पूरी तरह से छोड़ने की ज़रूरत नहीं है। माना जाता है कि कुछ मात्रा में भी चावल खाने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है और आप मानें या न मानें उन्हें छोड़ना आसान नहीं होता। हालांकि पूरी सच्चाई इससे इतर है, आइए जानते हैं विस्तार से –

क्यों नुकसानदेह है सफ़ेद चावल: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू बहुत अधिक होता है, जबकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ डायबिटीज रोगी को लो जीआई युक्त फूड्स खाने की सलाह देते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक इस चावल को खाने से मरीजों में टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम बढ़ते हैं। अध्ययन के मुताबिक सफेद चावल के अधिक सेवन से मधुमेह का खतरा 11 फीसदी तक बढ़ जाता है।

कौन सा चावल खाएं: ब्राउन राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर को नहीं बढ़ने देता है क्योंकि ये पॉलिश्ड होता है। इसके अलावा, जैसमीन राइस, बासमती राइस और वाइल्ड राइस का सेवन भी मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी है।

कैसे पकाएं चावल: प्रेशर कुकर में पकाने के बदले आप चावलों को किसी खुले बर्तन, जैसे कि पैन में थोड़े ज़्यादा पानी में पकाएं। पुराने चावल में स्टार्च और जीआई कम होता है। ऐसे में रात भर चावल को भिगोकर सुबह धोकर और माड़ निकालकर चावल का सेवन किया जा सकता है। यदि आपको डायबिटीज है खासकर टाइप 2 डायबिटीज तो आपको चावल का मांड निकालकर खाना चाहिए।