मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी का कोई इलाज अभी तक नहीं खोजा जा सकता है। लेकिन कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू इलाज के लिए ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह में व्यक्तियों के खानपान पर कई तरह की पाबंदियां होती हैं। ऐसे में व्यक्ति को बेहद सावधानी के साथ अपने डाइट का चयन करना पड़ता है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि मधुमेह रोगियों को लहसुन का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।

बेंगलुरू के विमलालय अस्पताल की पूर्व जनरल फिजिशियन डॉ. पाखी शर्मा से जानते हैं कि क्या मधुमेह रोगियों के लिए लहसुन का सेवन सुरक्षित है? डायबिटीज में रोगियों को कितनी मात्रा में लहसुन का सेवन करना चाहिए? आइए जानते हैं-

पोषक तत्वों से भरपूर लहसुन

डॉक्टर पाखी के मुताबिक लहसुन में कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन, विटामिन और खनिज, विटामिन बी 1, विटामिन बी 2, विटामिन बी 3, विटामिन बी 5, विटामिन बी 6, विटामिन बी9, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम, मैंगनीज, फ़ास्फ़रोस, पोटैशियम, सोडियम, जस्ता, सेलेनियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। लहसुन में मजबूत जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण होते हैं। यह जिंक, फास्फोरस, सेलेनियम, कैल्शियम और आयरन जैसे कई खनिजों से भी समृद्ध है। इसमें ‘एलिसिन’ नामक एक बेहतरीन सल्फ्यूरस यौगिक भी होता है, जो इसके तीखे स्वाद और गंध के लिए जिम्मेदार होता है।

मधुमेह के लिए लहसुन के फायदे

डॉक्टर शर्मा एक मुताबिक कई अध्ययनों से पता चलता है कि लहसुन न केवल रक्त शर्करा के स्तर के प्रबंधन में बल्कि टाइप 2 मधुमेह को रोकने में भी सक्रिय भूमिका निभाता है। चूंकि लहसुन जिंक और प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो ब्लड में शुगर के स्तर को कम करता है। कार्बोहाइड्रेट तुरंत मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने का कारण है। कार्ब सीधे ब्लड शुगर में तेज वृद्धि की करता है और लहसुन का सेवन इसे नियंत्रित करने में सहायक होता है। अमीनो एसिड होमोसिस्टीन नामक यौगिक मधुमेह के लिए एक जोखिम कारक है। लंबे समय तक लहसुन का सेवन शरीर में इस यौगिक को कम करता है।

मधुमेह में लहसुन का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका

डॉक्टर शर्मा ने बताया कि बड़े पैमाने पर लहसुन का उपयोग सब्जी बनाने, रोटी में, कढ़ी, सूप, सॉस, अचार और गार्निश में उपयोग किया जाता है। दुनिया भर के पोषण विशेषज्ञों ने लहसुन को गठिया, टीबी, अस्थमा, हाई कोलेस्ट्रॉल और अन्य बीमारियों के इलाज में बहुत प्रभावी पाया है। डॉक्टर पाखी कहती हैं कि लहसुन में पाए जाने वाले एलिसिन और अन्य यौगिक ब्लड में इंसुलिन के लेवल को बढ़ाते हैं।

लहसुन का सेवन कब करें

डॉक्टर शर्मा के अनुसार कुछ आयुर्वेदिक उपायों के अनुसार खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करने से लीवर और रक्त वाहिकाओं की सफाई होती है। हालांकि अभी तक किसी भी शोध में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।

लहसुन के अधिक सेवन के जोखिम

डॉक्टर पाखी के मुताबिक लहसुन एंटीऑक्सिडेंट, खनिज और विटामिन से भरपूर होता है; इसलिए व्यक्ति को अधिकतम लाभ देने के लिए एक छोटी मात्रा भी पर्याप्त है। लहसुन के अधिक सेवन से कई बार गैस, मतली या उल्टी हो सकती है। कच्चे लहसुन के सेवन के मामलों में ये प्रभाव अधिक होते हैं। लहसुन के सेवन का सबसे आम दुष्प्रभाव सांसों की दुर्गंध और शरीर की दुर्गंध है।