मधुमेह से पीड़ित लोगों में ब्लैक फंगस होने की संभावना अधिक होती है। मधुमेह से पीड़ित लोग अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश करते हैं। जीवनशैली में बदलाव, खान-पान में बदलाव और दवाओं से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह रोगियों के लिए अपने दैनिक आहार पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। सुबह के भोजन के साथ-साथ दोपहर का भोजन भी उचित होना चाहिए। अधिकांश मधुमेह रोगियों को यह नहीं पता होता है कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। तो आइए जानते हैं, डायबिटीज के मरीजों की दोपहर की डाइट क्या होनी चाहिए? हम जो खाते हैं उससे ग्लूकोज बनती है। इसी शुगर से शरीर को एनर्जी मिलती है।
मधुमेह रोगियों के शरीर की कोशिकाएं ग्लूकोज को अवशोषित नहीं कर पाती हैं और इससे रक्त में शर्करा मिल जाती है और ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए मधुमेह के रोगियों को अपने दैनिक आहार की योजना बनानी चाहिए। सुबह उठने के बाद, बीच में और फिर दोपहर में यह तय करें कि आपका डाइट कैसा रहेगा। शाम और रात का खाना भी तय कर लेना चाहिए। डाइट को कंट्रोल में रखने से शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
पटेल मल्टी सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल जालंधर के कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट फिजिशियन डॉ. मनोज चौधरी ने डायबिटिक किडनी पेशेंट के लिए हेल्दी डाइट प्लान और क्रॉनिक किडनी डिजीज के लोगों के लिए बताया है की डाइट कैसा होना चाहिए। डॉक्टर चौधरी के मुताबिक आपकी डाइट में 3 चीजों का बैलेंस होना चाहिए। जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और सही मात्रा में फैट का संतुलन बेहद आवश्यक है। इसके साथ ही विटामिन और मिनरल्स का होना भी जरूरी है।
चावल और दाल
मधुमेह के बाद लोग चावल खाना बंद कर देते हैं। हालांकि, डॉक्टर चावल को पूरी तरह से बंद करने के बजाय इसे कम मात्रा में खाने की सलाह देते हैं। मधुमेह रोगियों को कभी-कभी रक्त शर्करा के स्तर में अचानक वृद्धि का अनुभव होता है। ऐसे समय में दोपहर के भोजन में दालों का सेवन करना चाहिए। दाल में प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा चावल का इस्तेमाल किया जा सकता है। चावल बनाने से ज्यादा फायदेमंद चावल की रोटी बनाना होता है। यह फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है।
दही
मधुमेह के रोगियों को दोपहर के भोजन में दही का सेवन करना चाहिए। दही कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होता है और इसमें प्री-बायोटिक्स होते हैं। इसलिए लंच में दही जरूर खाएं।
हरे पत्ते वाली सब्जियां
मेडिकल न्यूज़ टुडे के अनुसार, मधुमेह रोगियों को दिन में कम से कम एक बार हरी सब्जियां खानी चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों में कैलोरी अधिक होती है। इसमें पोषक तत्व भी होते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं। यह शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
अंडा
हेल्थ लाइन के मुताबिक हाई ब्लड शुगर के मरीजों को अपने आहार में अंडे को शामिल करना चाहिए। अंडे में भारी मात्रा में प्रोटीन और अमीनो एसिड होता है। जिससे स्वास्थ्य को लाभ होता है। इसके साथ ही अंडे अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।