देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश और कई राज्यों में एक बार फिर डेंगू (Dengue) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। डेंगू एक वायरल बुखार है, जो कई मामलों में गंभीर हो सकता है। इसकी चपेट में आने पर पीड़ित का प्लेटलेट काउंट गिरने लगता है। वहीं, तेजी से कम होती प्लेटलेट कई बार मौत का कारण भी बन जाती हैं। ऐसे में इस जानलेवा बीमारी के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है।
गौरतलब है कि साल 2023 में मानसून का सीजन देशभर में आफत की बरसात लेकर आया है। इसके चलते लोग आए दिन अलग-अलग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसमें बुखार आना भी आम बात है। ऐसे में अधिकतर लोग इस असमंजस में रहते हैं कि ये बुखार कहीं डेंगू तो नहीं है? इसके लिए वे टेस्ट भी करवाते हैं, हालांकि कई बार टेस्ट के नतीजे सही नहीं आ पाते हैं, जिससे धीरे-धीरे मामला गंभीर होता चलता जाता है। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि सही जानकारी के लिए बुखार आने के कितने दिन बाद आपको डेंगू का टेस्ट कराना चाहिए। साथ ही बताएंगे डेंगू के बुखार में नजर आने वाले आम लक्षण क्या हैं।
क्या हैं लक्षण?
बता दें कि डेंगू एडीज इजिप्टी मच्छर (Aedes Aegypti Mosquito) के काटने से फैलता है। वहीं, ये मच्छर अधिकतर दिन के समय ही काटता है। इन मच्छरों की चपेट में आने पर आपको बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, मल का रंग काला या खून जैसा दिखाई देना, त्वचा पर नीले, लाल या बैंगनी रंग के छोटे-छोटे निशान उभर आना, नाक और मसूड़ों से खून आना, उल्टी के साथ खून आना, छोटी खरोंच का भी गंभीर हो जाना या लंबे समय तक किसी घाव से खून बहना, मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न महसूस करना, हर समय कमजोरी और चक्कर आना आदि लक्षण नजर आ सकते हैं।
कब कराएं टेस्ट?
वहीं, बात टेस्ट की करें तो एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर आपको लगातार 2-3 दिन से ठंड से बुखार या खासकर पैरों में दर्द का सामना करना पड़ रहा है और 3 दिन बीत जाने के बाद भी कंडीशन में सुधार न हो, तो ऐसे में आपको तुंरत ब्लड टेस्ट कराना चाहिए। अगर ब्लड टेस्ट में प्लेटलेट काउंट कम होता दिखे, तो यह डेंगू का प्रमुख लक्षण है। आमतौर पर डेंगू के अन्य लक्षण भी 2 से 3 दिन बाद ही नजर आना शुरू हो जाते हैं, जिसके तुरंत बाद आपको डॉक्टर से जांच कराने की सलाह दी जाती है।
भूलकर ना करें ये गलती
जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, डेंगू एक जानलेवा बीमारी है, ऐसे में इसकी चपेट में आने पर खुद इलाज करने की गलती बिल्कुल ना करें। अक्सर देखा जाता है कि बुखार या दर्द होने पर लोग बिना डॉक्टर की सलाह के खुद ही पेनकिलर, एंटीबायोटिक और एंटीवायरल जैसी दवाएं ले लेते हैं। बता दें कि आपकी ये गलती आपकी जान पर भारी पड़ सकती है। बिना डॉक्टर की सलाह के इस तरह की दवा लेने से प्लेटलेट काउंट अधिक तेजी से कम हो सकता है, जिससे कंडीशन बिगड़ने लगती है। ऐसे में डेंगू होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी तरह की दवा लेने बचें और तुरंत सही इलाज करवाएं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।