Dengue Symptoms: आज के समय में बुखार या सर्दी-जुकाम लोगों के होश उड़ाने के लिए काफी है। कोरोना काल में हर कोई इन परेशानियों से बचा रहना चाहता है। लेकिन बुखार कई बार किसी और स्वास्थ्य समस्याओं की ओर भी इशारा करता है। डेंगू बुखार एक मच्छर जनित वायरल बीमारी है जिससे लोगों को सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द के साथ हाई फीवर जैसी परेशानियां हो रही हैं। ये बीमारी मादा एडीस मच्छर के काटने से होती है, एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2015 से 2019 के बीच भारत में करीब साढ़े 6 लाख डेंगू के मरीज सामने आए थे।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार डेंगू के मच्छर के काटने के तुरंत बाद आपको इसका पता नहीं चलता है। करीब 3 से 5 दिन बीतने के बाद ही लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं। लक्षण दिखते ही तुरंत पीड़ित को बेहतर इलाज मुहैया, ऐसे में आइए जानते हैं डेंगू के लक्षण (Dengue Symptoms) –
जानें कैसे करें डेंगू की पहचान: डेंगू होने पर पूरे शरीर और जोड़ों में तेज दर्द होने लगता है। बुखार के साथ लोगों को कंपकंपाहट यानी कि ठंड लगने की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा, जोड़ों में दर्द, मसल्स और हड्डियों में दर्द की शिकायत, सिर दर्द और अधिक पसीना भी आ सकता है। वहीं, भूख कम लगना, बेवजह थकान और कमजोरी, नाक, मुंह और मसूड़ों से खून आना और उल्टी भी डेंगू का ही लक्षण है। डेंगू के लक्षण समान्यतः 3 से 14 दिनों में दिखाई देते है, जिसके कारण व्यक्ति को डेंगू की पहचान मुश्किल हो जाती है। इसलिए डेंगू के लक्षण जैसे ही महसूस हो, तुरन्त ही डॉक्टर के दिखाएं और ब्लड टेस्ट कराएं।
डेंगू टेस्ट कैसे कराएं: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आपको कोई गंभीर परेशानी महसूस नहीं हो रही हो तो घर पर ही इलाज उपयुक्त है। हालांकि, कुछ टेस्ट के जरिये इसकी गंभीरता को समझा जा सकता है। एंटीजन ब्लड टेस्ट (एनएस 1) और एंटीबॉडी टेस्ट (डेंगू सिरॉलजी) के जरिये इसके बारे में पता चलता है।
कैसे करें रोकथाम: घर में और आस-पास पानी जमा ना होने दें। पूरे शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें, इससे मच्छर नहीं काटेगा। कचरे के डिब्बें को हमेशा ढ़क कर रखें, रूम कूलर, फूलदान का पानी हफ्ते में एक बार और पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह खाली करें। कूलर, फ्रिज का ट्रे और किसी भी खाली बर्तन में पानी रखने से बचाएं।
कैसी होनी चाहिए डाइट: बुखार होने पर डिहाइड्रेशन की शिकायत रहती है, ऐसे में उन्हें तरल पदार्थ ज्यादा लेना चाहिए। छाछ, सूप, पतली दाल, लस्सी पीना चाहिए। इसके अलावा, गिलोय, पपीता के पत्तों का काढ़ा, अनार, नारियल पानी, ब्रोकली खाएं इससे प्लेटलेट्स बढ़ने में मदद मिलती है।