वर्जीनिया विश्वविद्यालय में बाल चिकित्सा की एसोसिएट प्रोफेसर डेबी-एन शेर्ली यहां बच्चों को कोरोना विषाणु संक्रमण रोधी टीका लगवाने को लेकर अभिभावकों की चिंताओं का जवाब दे रही हैं।

क्या किशोरों में ये टीका काम करता है?
बिल्कुल काम करता है। फाइजर-बायोएनटेक की ओर से हाल में जारी आंकड़ें दिखाते हैं कि कोरोना टीका इस आयु समूह में वाकई में अच्छी तरह से काम करता हुआ दिखता है। कोरोना टीका अमेरिका में 12-15 साल के किशोरों पर चल रहे नैदानिक परीक्षण में कोरोना लक्षणों को रोकने में 100 फीसद कारगर पाया गया है। किशोरों ने टीके की प्रतिक्रिया में प्रतिरोधक क्षमता विकसित की और उनका रोग प्रतिरोधक उतना ही मजबूत था जिनता 16-25 साल के नौजवानों में देखा गया है।

मुझे कैसे पता चलेगा कि टीका मेरे बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं?
अब तक कोरोना टीका किशोरों में सुरक्षित प्रतीत हुआ है। अमेरिका में जितने टीकों को इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है, उनपर सब पर गहन अध्ययन किया गया है लेकिन हम यह मान लेना नहीं चाहते हैं कि बच्चे छोटे वयस्क होते हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उपयोग की सिफारिश करने से पहले बच्चों में इन टीकों का सावधानीपूर्वक अध्ययन करना महत्त्वपूर्ण है। मौजूदा अध्ययन बच्चों पर टीकाकरण को लेकर बारीक नजर रखना जारी रखेंगे और मजबूत सुरक्षा निगरानी से दुर्लभ या अप्रत्याशित चिंताओं को उभरने पर उन्हें तेजी से पहचानने में मदद मिलेगी।

मुझे लगा था कि बच्चों को कम खतरा है- क्या उन्हें अब भी टीका लगवाने की जरूरत है?
फिलहाल, अमेरिका में सामने आ रहे साप्ताहिक कोरोना मामलों में बच्चों की संख्या करीब एक चौथाई है। बच्चों में कोरोना के कारण गंभीर बीमारी होना दुर्लभ है पर यह होती है और अमेरिका में कम से कम 351 बच्चों की मौत हुई है। टीकाकरण बच्चों में संक्रमण को गंभीर रूप लेने से रोकेगा। (द कन्वर्सेशन)