Tips for Heart Patients during Coronavirus Lockdown: कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए दुनिया के कई हिस्सों में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। भारत में भी आज लॉकडाउन का पांचवां दिन है। इस लॉकडाउन में किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। सरकार और स्वास्थ्य अधिकारी लगातार आम नागरिकों को घर में रहने की सलाह दे रहे हैं ताकि इस वायरस के घातक असर को कम किया जा सके। ऐसे में सारे जरूरी कामों को छोड़कर घर में बैठना कई बार स्ट्रेस भी पैदा करता है। खासकर कि हृदय रोगियों में इस स्थिति में स्ट्रेस होने के ज्यादा आसार होते हैं जिससे वो कई दूसरी बीमारियों से भी घिर जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे रखना चाहिए दिल के मरीजों का ध्यान-
दिल के मरीजों को लेकर क्या कहता है WHO: विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि कि WHO के मुताबिक दुनिया भर में हृदय रोग से मरने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है। किसी और बीमारी की तुलना में हार्ट डिजीज ज्यादा जानलेवा है। रिपोर्ट के अनुसार 2016 में 17.9 मिलियन लोगों की मौत हृदय रोग से हुई जिनमें से 85 प्रतिशत लोगों की मौत का कारण दिल का दौरा या फिर स्ट्रोक है। WHO की मानें तो तंबाकू और शराब के इस्तेमाल को रोक कर, फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाकर और हेल्दी डाइट को अपनाकर ज्यादातर दिल संबंधी बीमारियों को रोका जा सकता है।
लॉकडाउन में इस तरह रखें हार्ट पेशेंट्स का ख्याल: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन का फैसला बहुत जरूरी था। घर में रहते हुए दिल के मरीजों का ज्यादा ध्यान देना चाहिए। लॉकडाउन में हार्ट पेशेंट्स को आलस का त्याग कर व्यायाम करना चाहिए। उनके अनुसार, घर में रहते हुए इन मरीजों को समय पर दवाई तो खाना ही चाहिए साथ ही योग और प्राणायाम भी करना चाहिए।
ये बातें भी हैं जरूरी: अपने डेली रूटीन में हार्ट पेशेंट्स को कोई बदलाव नहीं करना चाहिए जिसका मतलब है कि रात को जल्दी सोएं और सुबह समय पर उठ जाएं। इसके अलावा, कोरोना वायरस से संबंधित कोई भी खबर को लेकर घबराएं नहीं। रोजाना स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, योग और प्राणायाम करें। सुबह के नाश्ते में फल, बीन्स और नट्स को जरूर शामिल करें। दोपहर में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। वहीं, सोने से कम से कम 3 घंटे पहले डिनर कर लें और समय पर अपनी दवाइयां लें।