Tips for Eyes during Work from Home: कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए पूरे देश में पिछले 18 दिनों से लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे में ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम यानि कि घर से ही काम कर रहे हैं। वहीं, स्टूडेंट्स का अधिकतर समय भी लैपटॉप के साथ ही गुजरता है। लगातार लैपटॉप पर नजरें गड़ाए रखने से आंख से संबंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इससे आंखों पर बहुत ज्यादा स्ट्रेन या दबाव पड़ता है जो सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। ऐसे में आइए जानते हैं कि वर्क फ्रॉम होम या फिर किसी और काम के लिए लैपटॉप का सहारा लेने वाले लोगों को किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी।
लैपटॉप ऐसे करता है आंखों को प्रभावित: ज्यादा देर तक लैपटॉप का इस्तेमाल करने और स्क्रीन के सामने घंटों बैठे रहने से आंखों में स्ट्रेन या फिर ड्राई आईज की समस्या होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लैपटॉप स्क्रीन से निकलने वाली नीली रौशनी आंखों के लिए हानिकारक है। करेंट मेडिकल रिसर्च एंड ओपिनियन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार ड्राय आई न केवल हमारे स्वास्थ्य पर असर करता है बल्कि इससे हमारी डेली वर्क प्रोडक्टिविटी भी प्रभावित होती है।
क्या होता है ड्राई आई सिंड्रोम: आंखों में सूखापन यानि ड्राई आई सिंड्रोम में या तो आंख में आंसू कम बनने लगते हैं या फिर उनकी गुणवत्ता अच्छी नहीं रहती। इसके लक्षणों में आंखों में सूखापन महसूस होना, खुजली व जलन का एहसास, हर वक्त इन्हें मलते रहने की जरूरत महसूस होना शामिल है। इसके अलावा अगर लोगों को ऐसा महसूस हो जैसे कि आंखों में कुछ गिर गया हो, बिना कारण आंखों से पानी निकलना, बिना कारण आंखों में थकान या सूजन व इनका सिकुड़ कर छोटा हो जाना भी ड्राई आई के लक्षण हैं। बढ़ता प्रदूषण, कम्प्यूटर-लैपटॉप का प्रयोग, ए.सी. की लत, दर्द निवारक, तनाव, उच्च रक्तचाप आदि ड्राई आई सिन्ड्रोम के प्रमुख कारण होते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान: काम करने के दौरान हर घंटे 15 से 20 मिनट का ब्रेक लें और किसी दूर की चीज पर नजर गड़ाने की कोशिश करें। लैपटॉप स्क्रीन से ब्रेक लेने का मतलब ये नहीं है कि आप टीवी या फोन देखने लगें। इस समय में आप म्यूजिक सुन सकते हैं या किसी से बात कर सकते हैं। अगर आपकी आंखें लाल हैं, आंखों से पानी निकल रहा है या फिर खुजली होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी आई ड्रॉप का इस्तेमाल न करें। अगर आप चश्मा पहनते हैं तो उन्हें साफ रखें और आंखों को कम से कम छुएं। लेटकर लैपटॉप पर काम न करें, साथ ही साथ किसी ऐसे कमरे में लैपटॉप न रखें जहां पर्याप्त मात्रा में रौशनी न हो।

