यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं। ये टॉक्सिन एक नेचुरल वेस्ट प्रोडक्ट हैं जो प्यूरीन नामक पदार्थों के टूटने से बनते हैं। प्यूरीन हमारी प्रोटीन युक्त डाइट और शरीर की कोशिकाओं में पाया जाता हैं। हमारी बॉडी में यूरिक एसिड बनता है और किडनी इसे खून से फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। प्यूरिन से भरपूर फूड जैसे रेड मीट, सी फूड, शराब का सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। किडनी की कार्यक्षमता में कमी होने पर, मोटापा के कारण, हाई ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की वजह से यूरिक एसिड हाई की परेशानी हो सकती है।
यूरिक एसिड हाई होने पर बॉडी में उसके कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे जोड़ों में दर्द खासतौर पर पैरों के अंगूठे में दर्द, सूजन और रेडनेस, थकान और कमजोरी होना हाई यूरिक एसिड के लक्षण हैं। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोजाना पानी का सेवन ज्यादा करें, वजन को कंट्रोल करें और हेल्दी डाइट का सेवन करें। यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए शराब से परहेज करना भी जरूरी है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में कुछ आयुर्वेदिक तरीके रामबाण की तरह असर करते हैं। क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ.रजत त्रेहान ने बताया अगर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो कुछ हर्ब्स को अपनी डेली लाइफ में शामिल कर लें। कुछ हर्ब्स का सेवन करके आप आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन सी जड़ी बूटियां असरदार साबित होती हैं।
त्रिफला से करें यूरिक एसिड का इलाज
त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें तीन फल आंवला, हरड़ और बहेड़ा शामिल हैं। ये तीनों जड़ी बूटियां यूरिक एसिड को कंट्रोल करती हैं। इस जड़ी बूटी का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, किडनी फंक्शन में सुधार होता है,सूजन और दर्द से राहत मिलती है। ये हर्ब यूरिक एसिड के क्रिस्टल को जोड़ों में जमा नहीं होने देता और दर्द से राहत दिलाता है। त्रिफला चूर्ण का सेवन करने के लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच चूर्ण मिलाकर उसका सेवन करें।
गिलोय का करें सेवन
गिलोय एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका सेवन करने से बॉडी डिटॉक्स होती है। ये बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है और किडनी की हेल्थ में सुधार करता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर गिलोय का सेवन करने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है और जोड़ों का दर्द रहता है वो इस हर्ब का सेवन करें। इम्यूनिटी को बूस्ट करने वाला ये हर्ब बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालता है। गिलोय का सेवन उसका काढ़ा बनाकर करें। गिलोय की ताजी डंडी को पानी में उबालें और उसमें आधा चम्मच हल्दी मिलाकर गुनगुना सेवन करें।
नीम से करें यूरिक एसिड कंट्रोल
नीम एक बेहद उपयोगी औषधि है जिसे आयुर्वेद में संजीवनी के समान माना जाता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सिफाइंग गुणों से भरपूर नीम का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। ये हर्ब किडनी की सफाई करता है और किडनी की हेल्थ में सुधार करता है। नीम के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की सूजन और दर्द को दूर करते हैं। नीम की पत्तियों का सेवन करने के लिए आप ताजी नीम की पत्तियों को पीसकर 1-2 चम्मच उसका रस निकाल लें। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर खाली पेट पिएं।
करेला से करें यूरिक एसिड कंट्रोल
करेला एक ऐसी सब्जी है जो सेहत के लिए अमृत है। औषधीय गुणों से भरपूर करेला का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। किडनी फंक्शन में सुधार करने में ये सब्जी बेहद उपयोगी है। किडनी हेल्दी रहेगी तो नेचुरल तरीके से यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा। यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए आप करेला का सेवन उसका जूस निकालकर करें।
सर्दी का सुपरफूड है शकरकंद, रोजाना इसका सेवन किया जाए तो पाचन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं दूर। कब्ज को दूर करने में ये सब्जी कैसा असर करती है जानने के लिए लिंक पर क्लिक कीजिए।