बवासीर जिसे अंग्रेजी में पाइल्स और Hemorrhoids कहा जाता है। ये एक ऐसी बीमारी है जिससे देश और दुनिया में लाखों लोग परेशान हैं। इस बीमारी में एनस के आसपास सूजन हो जाती है और दर्द का कारण बनती है। बवासीर दो तरह की होती है एक खूनी बवासीर और दूसरी बादी बवासीर। खूनी बवासीर में मस्से खूनी सुर्ख होते है और उनसे खून निकलता है जबकि बादी बवासीर में मस्से काले रंग के होते है और उनमें दर्द और सूजन रहती है।

बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव जिम्मेदार है। खराब डाइट की वजह से मरीज कब्ज का शिकार होता है। लम्बे समय तक कब्ज रहने से मल डिस्चार्ज के दौरान प्रेशर लगाना पड़ता है जिससे बवासीर हो सकती है। बवासीर की बीमारी के लिए और भी कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे लम्बे समय तक बैठे रहना, भारी सामान उठाना, लम्बे समय तक खड़े रहना, प्रेग्नेंसी, डाइट में फाइबर की कमी होना शामिल है। पाइल्स की बीमारी में बॉडी में कुछ लक्षण दिखते हैं जैसे दर्द और जलन होना, मल त्याग के दौरान ब्लीडिंग होना, एनस के पास सूजन होना और उठने बैठने में परेशानी होना शामिल है।

बवासीर के एक्सपर्ट डॉक्टर दीपक चौधरी ने बताया अगर आपको बवासीर के लक्षण परेशान करते हैं तो आप डाइट में कुछ बदलाव करें और पानी का सेवन ज्यादा करें। एक्सपर्ट ने बताया अगर आपके एनस के पास बवासीर के मस्से बन गए हैं तो आपको सुबह मोशन के दौरान जोर नहीं लगाना है। मल को सॉफ्ट करने के लिए आप दूध में अरंडी का तेल मिलाकर उसका सेवन करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि अरंडी का तेल कैसे कब्ज को दूर करता है और पाइल्स के लक्षण कंट्रोल करता है।

अरंडी का तेल कैसे कब्ज को करता है दूर

अरंडी का तेल (Castor oil) एक नेचुरल औषधि है जो कब्ज़ (constipation) को दूर करने और पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करने में मददगार है। इसका सेवन करने से आंतों की गति में सुधार होता है और मल सॉफ्ट होता है। कब्ज को दूर करने में ये तेल रामबाण इलाज है। अरंडी का तेल आंतों में पानी को ऑब्जर्व करता है जिससे मल सॉफ्ट होता है और बिना प्रेशर लगाएं ही मल डिस्चार्ज होने लगता है। जिन लोगों को मल त्याग करना मुश्किल होता है उनके लिए ये तेल रामबाण इलाज है। इस तेल का सेवन करने से खूनी और बादी बवासीर के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। 

एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर अरंडी का तेल एनस के पास होने वाले घावों और दर्द को कंट्रोल करता है। इसका इस्तेमाल दर्द वाली जगह पर किया जाए तो घावों को जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है।

अरंडी के तेल का इस्तेमाल कैसे करें

  • कब्ज को दूर करने के लिए और बादी बवासीर के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए आप एक गिलास दूध में 15-20 ml अरंडी का तेल मिलाकर उसका सेवन करें। याद रखें इससे ज्यादा सेवन नहीं करें वरना लूज मोशन हो सकता हैं।
  • पाइल्स के दर्द और सूजन को कंट्रोल करने के लिए आप अरंडी के तेल को दर्द और सूजन वाली जगह पर लगा सकते हैं आपको राहत मिलेगी।
  • आप गर्म पानी में अरंडी का तेल मिलाकर सिट्ज बाथ ले सकते हैं इससे सूजन और दर्द से राहत मिल सकती है।