यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी का काम बॉडी में बनने वाले इन टॉक्सिन को बाहर निकालना है। कुछ दवाइयों का ज्यादा सेवन करने से, डाइट में प्यूरीन से भरपूर फूड्स का सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। महिलाओं और पुरुषों के लिए नॉर्मल और हाई यूरिक एसिड के स्तर की मात्रा अलग-अलग होती है।
पुरुषों में यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज 3.4 से 7.0 mg/dL तक होती है जबकि महिलाओं में इसकी नॉर्मल रेंज 2.4 से 6.0 mg/dL होती है। इस स्तर से ज्यादा यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन और जोड़ों में रेडनेस की समस्या पैदा हो सकती है। लम्बे समय तक यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से गाउट जो एक प्रकार का गठिया है उसका खतरा बढ़ने लगता है। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो कुछ खास प्राणायाम करें और डाइट में कुछ हर्ब्स का सेवन करें। कुछ हर्ब्स की बात करें तो गोखरू एक कमाल की औषधि है जिसकी बाजार में गोलियां भी मिलती हैं। गोखरू एक ऐसी जड़ी बूटी है जो यूरिक एसिड के क्रिस्टल को तोड़कर यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल सकती है। इस जड़ी बूटी का सेवन करने से और खट्टी चीजों से परहेज करने से आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है।
गोखरू कांटेदार जड़ी बूटी है इसलिए इसे खाना संभव नहीं है लेकिन इसका सेवन उसका पानी बनाकर करना बेहद असरदार और फायदेमंद होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गोखरू कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है और ये किस तरह से जोड़ों के दर्द से निजात दिला सकता है।
गोखरू कैसे यूरिक एसिड को करता है कंट्रोल
गोखरू के पत्ते, तना और फूल का ताजा सेवन किया जाए तो आसानी से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि ये एक सीजनल पौधा है जो सारे साल नहीं मिलता लेकिन इस पौधे के पत्ते, जड़े और तना सुखाकर स्टोर किया जा सकता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो गोखरू के साथ सौंठ, मेथी और अश्वगंधा को बराबर मात्रा में मिलाएं और इसका पाउडर बनाएं।
इस पाउडर का सेवन सुबह-शाम पानी में भिगोकर करें आपका यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा। इसका सेवन करने से गठिया के दर्द से छुटकारा मिलता है और यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। गोखरू एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो किडनी की हेल्थ को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। गोखरू का सेवन उसका पानी बनाकर रोजाना करें तो आपको जोड़ों के दर्द से छुटकारा मिलेगा।
गोखरू का पानी कैसे तैयार करें
गोखरू का सेवन उसका पानी बनाकर किया जा सकता है क्योंकि इस जड़ी बूटी में कांटे होते हैं जो गले को छील सकते हैं। इसका पानी बनाने के लिए आप गोखरू को पीस लें और उसका पाउडर बना लें। एक गिलास पानी लें और उसमें एक चम्मच गोखरू का पाउडर मिला दें और सुबह तक के लिए ढक कर रख दें। सुबह इस पानी को छान लें और उसका सेवन करें आपको जोड़ों के दर्द से निजात मिलेगी और यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।