कब्ज (Constipation) एक ऐसी स्थिति है जब मल त्याग में कठिनाई होती है या आंतें नियमित रूप से अपना काम नहीं करती हैं। खराब डाइट, पानी की कमी, तनाव और खराब लाइफस्टाइल की वजह से आंतों की गति धीमी होने लगती हैं। कुछ दवाओं का सेवन करने से भी कब्ज की समस्या होने लगती है। लंबे समय तक कब्ज रहने से पेट में गैस, भारीपन, अपच और शरीर में टॉक्सिक पदार्थों का जमाव हो सकता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर रूपाली बेदरकर ने बताया अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो सिर्फ 4 उपायों को अपनाएं। ये 4 उपाय आपको कब्ज से निजात दिलाएंगे, पाचन को दुरुस्त करेंगे और बॉडी को हेल्दी भी रखेंगे। आयुर्वेदिक उपाय जैसे मुनक्का का पानी, त्रिफला, घी और स्निग्धा भोजन भी आंतों को स्वस्थ बनाए रखते हैं और कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक कब्ज को रोकने के लिए फाइबर युक्त भोजन, पर्याप्त पानी, हल्की फिजिकल एक्टिविटी और नियमित दिनचर्या बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से चार उपाय हैं जो कब्ज को खत्म करते हैं, आंतों की सेहत में सुधार करते हैं और पाचन दुरुस्त रखते हैं।
गर्म पानी में घी और मिश्री से करें कब्ज का इलाज
अगर आप कब्ज को दूर करना चाहते हैं तो सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच घी और एक चम्मच मिश्री का सेवन करें। गर्म पानी शरीर को हल्का गर्म रखता है और आंतों की गतिविधि को बढ़ाता है। घी आंतों को चिकना (Lubricate) करता है, जिससे मल आसानी से बाहर निकलता है। पानी और घी का कॉम्बिनेशन मल को नर्म बनाता हैं और कब्ज की समस्या को कम करता हैं। मिश्री हल्का मीठा और ठंडा करने वाले गुण रखती है, जिससे पेट आराम महसूस करता है और पाचन प्रणाली संतुलित रहती है। रोजाना सुबह खाली पेट मिश्री और घी का सेवन करने से पेट साफ रहता है और कब्ज की समस्या दूर होती है।
मुनक्का का पानी पिएं
रात को एक गिलास पानी में 15-20 काली मुनक्का पानी में भिगो दें और सुबह उस पानी को पी लें और मुनक्का को चबा-चबाकर खा लें। मुनक्का के पानी में फाइबर होता है, जो आंतों में पानी को रोकता है और मल को सॉफ्ट बनाता है। इस पानी को पीने से मल आसानी से बाहर निकलता है और कब्ज दूर होती है। ये पानी पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और आंतों की गति तेज करता है। मुनक्का को पानी में भिगोने से यह अतिरिक्त पानी आंतों में पहुंचाता है, जिससे मल सॉफ्ट रहता है। मुनक्का एक हल्का नेचुरल उपाय है जो बिना किसी साइड इफेक्ट के कब्ज का इलाज करता है। इसे रोजाना सुबह खाली पेट पीने से पेट नियमित रहता है।
मुलेठी और हरड़ के चूर्ण का करें सेवन
कब्ज से परेशान हैं तो खाने से आधे घंटे पहले आधा चम्मच मुलेठी का चूर्ण और पाव चम्मच हरड़ के चूर्ण का सेवन करें। मुलेठी और हरड़ दोनों ही पाचन एंजाइम को सक्रिय करते हैं। इससे भोजन जल्दी पचता है और पेट हल्का रहता है। हरड़ का हल्का फ्लेवोनॉयड और मुलेठी का ल्यूकोरिजिन मल को नर्म बनाकर कब्ज दूर करता है। यह मिश्रण आंतों से विषाक्त पदार्थ निकालने में मदद करता है। बिना किसी साइड इफेक्ट के रोजाना इन दोनों हर्ब का सेवन किया जा सकता है।
खाने में स्नि्ग्धा वाले फूड्स खाएं
कब्ज को दूर करने के लिए खाने में स्नि्ग्धा वाले फूड्स खाएं, ये पाचन को आसान बनाते हैं। घी, तेल, दूध और अन्य स्निग्धा पदार्थ पेट और आंतों को चिकना करते हैं। इससे मल आसानी से बाहर निकलता है और कब्ज दूर होता है। तेल युक्त खाद्य पदार्थ आंतों की गति को सक्रिय करते हैं,पेट को हल्का रखते हैं और पाचन में सुधार करते हैं। आप डाइट में घी, नारियल का तेल, तिल का तेल, दूध और मूंगफली के पेस्ट का सेवन करें।
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