Sars Virus: चीन में लगातार बढ़ते सार्स (Sars Virus) के मरीजों के बाद अब इस बीमारी ने दूसरे देशों को भी अपने चपेट में लेना शुरू कर दिया है। बीबीसी के मुताबिक अन्य 26 देशों में भी इस वायरस के मरीज पाए गए हैं। भारत में भी इस बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किए गए हैं। कई एयरपोर्ट्स पर भी इस वायरस को लेकर नोटिस लगाए गए हैं, साथ ही चीन की यात्रा करने से भी लोगों को मना किया जा रहा है।
सरकार ले रही है प्रीकॉशन- बीजिंग, शंघाई जैसे चीन के कई बड़े शहरों के बाद सार्स वायरस ने एशिया के थाईलैंड, जापान और साउथ कोरिया को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इससे सबक लेते हुए भारत सरकार ने चीन से आने वाले सभी यात्रियों का थर्मल स्क्रीनिंग (Thermal Screening) कराने का फैसला लिया है। ये स्क्रीनिंग देश के सभी बड़े एयरपोर्ट्स जैसे दिल्ली, मुंबई और कोलकाता पर होंगे।
जारी की गई है एडवाइजरी- हालांकि देश में अब तक इस वायरस से पीड़ित एक भी मरीज नहीं मिला है, पर फिर भी हेल्थ डिपार्टमेंट लोगों को इसके प्रति सचेत कर रहा है। हालांकि विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) ने अब तक इसे हेल्थ एमरजेंसी के तौर पर घोषित नहीं किया है। उनके अनुसार अभी अंतरराष्ट्रीय लेवल पर हेल्थ एमरजेंसी घोषित कर देना जल्दबाजी होगी। बता दें कि 2016 में जीका वायरस के प्रकोप को लेकर डब्लूएचओ ने हेल्थ एमरजेंसी लगाई थी।
जानलेवा हो सकता है यह वायरस- डब्लूएचओ (WHO) के मुताबिक यह एक कोरोनावायरस है, जिसमें लोगों को 6 तरीकों को वायरस से इंफेक्शन का खतरा होता है। लेकिन इस वायरस के आने के से इसकी संख्या में इजाफा हुआ है और अब कुल 7 तरीके के वायरस हो गए हैं, जिनसे लोगों को खतरा है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक इंसान से दूसरे इंसान में संक्रमित हो सकता है। चीन में हजारों लोगों को शिकार बनाने के बाद यह वायरस दूसरे देशों को भी अपने चपेट में ले रहा है। आमतौर पर खांसी- जुखाम, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत होने पर और बुखार आने पर लोगों को डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जा रही है।
कैसे करें बचाव- हालांकि वैज्ञानिकों के अनुसार अभी तक इस वायरस से सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का टीका नहीं बना है। साथ ही ये बीमारी सांस के जरिये भी फैल सकती है, ऐसे में साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। इसके अलावा इस वायरस से पीड़ित लोगों से मिलना-जुलना कुछ दिनों के लिए बंद कर दें। वैज्ञानिकों ने बार-बार हाथ धोते रहने की भी सलाह दी है। खांसी- जुखाम, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत होने पर और बुखार आने पर डॉक्टर को अवश्य दिखा लें।
