Uric Acid Diet: शरीर में मौजूद एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है यूरिक एसिड। वैसे तो ये केमिकल कुछ मात्रा में हमेशा ही पाया जाता है, लेकिन इसकी अधिकता से यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में जोड़ों और टिश्यूज में जमा हो जाता है। इस वजह से कई हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे कि गाउट, अर्थराइटिस, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापा का खतरा होता है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्यूरीन एक प्रकार का केमिकल तत्व है जो प्राकृतिक रूप से शरीर में बनता है। जब शरीर में प्यूरीन पचता है तो परिणामस्वरूप वेस्ट प्रोडक्ट के रूप में यूरिक एसिड रिलीज होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ फूड्स में भी प्यूरीन पाया जाता है। ऐसे में यूरिक एसिड से ग्रस्त मरीजों को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए।

फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो स्वाद के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीजों को सभी फल खाने की इजाजत नहीं होती है। आइए जानते हैं कि मरीजों को कौन-से फल खाने चाहिए और कौन-से नहीं –

एवोकाडो: एवोकाडो को हेल्थ एक्सपर्ट्स गाउट की बीमारी का खतरा कम करने में असरदार मानते हैं। इन्हें लो प्यूरीन फूड कहा जाता है, साथ ही ये फल एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिनस, मिनरल्स का भी बेहतरीन स्रोत होता है। ये शरीर से सूजन की परेशानी को कम करते हैं और फ्री रैडिकल्स से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं। इसमें फाइबर और मोनोनसैचुरेटेड फैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है।

केला: फाइबर का बेहतरीन स्रोत केला में प्यूरीन की मात्रा भी कम होती है। ऐसे में इसके सेवन से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार रोजाना केला खाने से गाउट अटैक का खतरा कम हो जाता है।

सेब: सेब में डाइटरी फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है जो यूरिक एसिड लेवल कंट्रोल करता है। फाइबर ब्लडस्ट्रीम से यूरिक एसिड को एब्जॉर्ब करता है और शरीर से एक्सेस यूरिक एसिड को निकालता है। साथ ही, इसमें प्रचुर मात्रा में मैलिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड के असर को न्यूट्रलाइज करता है।

इसके अलावा, चेरीज में एंथोसायनिन नामक नैचुरल एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व होता है जो यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करता है। वहीं, खट्टे फल जैसे कि संतरा और नींबू खाने से भी इस टॉक्सिक प्रोडक्ट को फ्लश आउट करता है।

इन फलों से करें परहेज: कुछ फलों में फ्रुक्टोज की मात्रा होती है जो गाउट के खतरे को बढ़ाता है। ऐसे में लोगों को ज्यादा मीठे फल जैसे कि तरबूज, अनानास और अंगूर से दूरी बना लेनी चाहिए।