Pregnancy Research, Pregnant Women in India, Tips for Pregnancy: प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। खुद के अलावा उनपर आने वाले शिशु की जिम्मेदारी होती है इसलिए गर्भवती महिलाओं को हेल्दी जीवनशैली जीने की सलाह दी जाती है। हाल में हुए एक शोध के मुताबिक वैसी प्रेगनेंट महिलाएं जो डाइट कोक जैसे लो- कैलरी ड्रिंक्स का सेवन करती हैं, उनके आने वाले शिशु में मोटापा का खतरा अधिक होता है। ‘डेली मेल’ में छपी खबर के अनुसार, वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिलाओं को लो- कैलरी स्वीटनर्स से दूर रहने की सलाह दी है।

चाय पीना है ज्यादा श्रेयस्कर: कनाडा की एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर ने चूहों पर ये टेस्ट किया जिसमें उनके बच्चों में 25 प्रतिशत तक अधिक फैट मिला। वैज्ञानिकों के अनुसार, लो कैलरी स्वीटनर्स गर्भवती महिलाओं के गट बैक्टीरिया को प्रभावित करते हैं। इससे शिशु में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं जिनमें वजन बढ़ना मुख्य है। इसके अलावा, रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिक ऐसी पेय पदार्थों की जगह पर चाय पीने को अधिक फायदेमंद मानते हैं।

चिप्स और वेजिटेबल ऑयल का कम करें इस्तेमाल: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अलग-अलग चीजें खाने का मन करता है। ऐसे में कई महिलाएं आलू के चिप्स अपने पास रखती हैं। हालांकि, पिंकविला में छपी खबर के अनुसार, आलू चिप्स आपके सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। हाल में हुए शोध के अनुसार, प्रेगनेंट महिलाओं को पोटैटो चिप्स और वेजिटेबल ऑयल का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। इन दोनों में ओमेगा 6 फैट्स और लिनोलिक एसिड पाया जाता है जो शरीर में सूजन के लिए जिम्मेदार होती है। इसके अलावा शरीर में इनकी अधिकता हृदय रोग के खतरे को भी बढ़ाती है। वहीं, लिनोलिक एसिड की वजह से गर्भवती महिलाओं के गर्भाशय में सिकुड़न की समस्या भी देखने को मिलती है।


प्रेगनेंसी में फायदेमंद हैं ये फल:
गर्भवती महिलाओं को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसे में कई फल हैं जिन्हें खाने से गर्भवती महिलाओं को फायदा हो सकता है। दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, केले में भरपूर मात्रा में पोटाशियम, मैगनीशियम और फॉलेट मौजूद होता है। इसके अलावा, केला खाने से महिलाओं को जी मिचलाने जैसी परेशानी से भी राहत मिलती है। कीवी में विटमिन C, विटामिन E, विटामिन A, पोटाशियम और फॉलिक एसिड होता है। इस फल को खाने से खांसी और घबराहट की समस्या दूर होती है। वहीं, होने वाले बच्चे में सेब खाने से किसी भी तरह की एलर्जी का खतरा कम होता है।