High Uric Acid Symptoms: गर्मी के मौसम में कभी-कभी पैरों में जलन उत्पन्न हो सकती है, मगर यदि ये परेशानी आपको लंबे समय से है तो इसके पीछे हाई यूरिक एसिड हो सकता है। बता दें कि शरीर में प्यूरीन नाम के प्रोटीन के बढ़ने से लोग हाई यूरिक एसिड के शिकार हो जाते हैं। हाई यूरिक एसिड के मरीजों के शरीर के कई अंग इससे प्रभावित हो जाते हैं।
ये गठिया रोग का खतरा बढ़ाता है, इससे मरीजों को घुटने में दर्द और उठने-बैठने में तकलीफ की शिकायत होती है। किडनी रोग और हार्ट डिजीज का खतरा कम करने में यूरिक एसिड कंट्रोल करने की जरूरत होती है। ऐसे में लक्षणों को जानना अति आवश्यक होता है।
पैरों में जलन: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पैर के तलुओं में अधिक जलन हाई यूरिक एसिड की समस्या का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, यूरिनेशन और सीने में जलन भी यूरिक एसिड के बढ़ने की निशानी हो सकती है।
एड़ियों में दर्द: विशेषज्ञों के अनुसार शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर इसके क्रिस्टल्स जोड़ों में जमा होने लगते हैं। लंबे समय तक ऐसा रहने से गाउट नामक इंफ्लेमेट्री अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों को जोड़ों और हाथ-पैर में बहुत दर्द होता है। एड़ियों और अंगूठे में दर्द भी बढ़ सकता है।
किडनी स्टोन: यूरिक एसिड शरीर में मौजूद एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है जिसे सामान्य तौर पर किडनी फिल्टर कर देता है और यूरिन के जरिये शरीर से फ्लश आउट हो जाता है। ज्यादा मात्रा में ये एसिड होने पर किडनी भी सुचारू रूप से फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह जाती है। ऐसे में टॉक्सिक मेटीरियल्स किडनी में ही रह जाते हैं। इस वजह से किडनी में स्टोन की परेशानी हो सकती है।
हो सकती हैं ये परेशानियां: पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द होता है, कई बार ये पीड़ा असहनीय भी हो जाती है। थकान, जोड़ों में गांठ, उंगलियों में सूजन, बार-बार बुखार आना, ठंड लगना और पेशाब जाने की इच्छा भी हाई यूरिक एसिड के लक्षण हैं।