Breast Cancer Symptoms And Test: ब्रेस्ट कैंसर भारत सहित दुनियाभर में महिलाओं को होने वाला सबसे आम कैंसर है। भारत की बात करें तो हर साल लाखों महिलाएं इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाती है। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर महिलाएं बिल्कुल भी जागरूक नहीं है। इसी के कारण स्तनों में होने वाले बदलावों को नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में जब उनको कुछ समझ आता है तब तक काफी देर हो जाती है।  न्यूबर्ग अजय शाह प्रयोगशाला के प्रबंध निदेशक डॉ. अजय शाह का कहना है कि आमतौर पर 60 से 70 प्रतिशत महिलाएं एडवांस स्टेज में डॉक्टर के पास पहुंचती है। बता दें कि यौवन के बाद महिला के ब्रेस्ट कनेक्टिव टिश्यू और हजारों लॉब्यूल से बने होते हैं। ये छोटी ग्रंथियां होती है, जो दूध का उत्पादन कर सकती है। ऐसे में जेनेटिक  म्यूटेशन या डीएनए के डैमेज होने पर स्तन कैंसर विकसित होता है।

ब्रेस्ट कैंसर के सफल उपचार में जल्दी पता लगाना सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके बारे में सही समय में जानकर इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। ऐसे में जानें स्तन कैंसर के शुरुआती संकेतों और लक्षणों के साथ-साथ किन टेस्ट द्वारा  प्रारंभिक स्टेज में ही जाना जा सकता है।

स्तन कैंसर के लक्षण (Breast Cancer Symptoms)

ब्रेस्ट में गांठ

सबसे आम लक्षण स्तन में गांठ का होना है। यह गांठ दर्द रहित, दृढ़ और अनियमित किनारों वाली हो सकती है।

 ब्रेस्ट में दर्द या असहजता

कुछ महिलाओं को ब्रेस्ट दर्द या असहजता का अनुभव होता है, जिसे स्थानीयकृत या अधिक सामान्यीकृत किया जा सकता है।

ब्रेस्ट के आकार या बनावट में बदलाव

एक या दोनों ब्रेस्ट के आकार, बनावट या उपस्थिति में ध्यान देने योग्य बदलाव स्तन कैंसर का संकेत हो सकता है।

स्किन में बदलाव

ब्रेस्ट पर त्वचा में बदलाव, जैसे कि लालिमा, डिम्पलिंग या सिकुड़न को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

निप्पल में बदलाव

निप्पल में परिवर्तन जैसे उल्टा होना, रिसना या पपड़ीदार होना आदि किसी समस्या का संकेत हो सकता है।

ब्रेस्ट की सूजन

ब्रेस्ट में सूजन, गर्मी या लालिमा चिंताजनक हो सकती है।

लसीका गांठ (लिम्फ नोड) का बढ़ना

बगल में या कॉलरबोन के आसपास बढ़ी हुई हुए लसीका गांठ ब्रेस्ट कैंसर के प्रसार का संकेत दे सकते हैं।

यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि ये संकेत और लक्षण स्तन कैंसर के अलावा अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि तुरंत निष्कर्ष पर न पहुंच जाए। हालांकि, यदि इनमें से कोई भी लक्षण लगातार हैं या असामान्य हैं, तो स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।

ब्रेस्ट कैंसर के लिए टेस्ट (Breast Cancer Test Name)

संकेतों और लक्षणों के बारे में सतर्क रहने के अलावा, जल्दी पता लगाने के लिए नियमित रूप से ब्रेस्ट कैंसर की जांच आवश्यक है। सामान्य जांच परीक्षणों में शामिल हैं

मैमोग्राफी

ब्रेस्ट कैंसर के लिए मैमोग्राम सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला परीक्षण उपकरण है। वे ट्यूमर के स्पष्ट होने से पहले ही उनका पता लगा सकते हैं, जिससे इसका जल्दी पता लगाना संभव हो जाता है।

नैदानिक ब्रेस्ट परीक्षण

 एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता ब्रेस्ट के गांठों या परिवर्तनों की जांच करने के लिए ब्रेस्ट की शारीरिक जांच करता है।

ब्रेस्ट स्व-परीक्षण

जबकि ब्रेस्ट स्व-परीक्षा एक स्वतंत्र नैदानिक साधन नहीं है, वे व्यक्तियों को अपने शरीर से परिचित होने और किसी भी परिवर्तन को ध्यान देने के लिए सशक्त बनाते हैं।

ब्रेस्ट एमआरआई

ब्रेस्ट कैंसर के उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई) की सिफारिश की जा सकती है, क्योंकि यह स्तन के ऊतकों की अधिक विस्तृत जानकारी व दृश्य प्रदान कर सकता है।

आनुवंशिक परीक्षण

ब्रेस्ट कैंसर के एक मजबूत पारिवारिक इतिहास वाले व्यक्तियों के लिए, आनुवंशिक परीक्षण बीआरसीए 1 और बीसीए 2 जीन में वंशानुगत उत्परिवर्तन की पहचान कर सकता है, जो स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाते हैं। यह ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है कि व्यक्तिगत जोखिम कारकों और चिकित्सा इतिहास के आधार पर सुझाई गई जांच विधियाँ और इनकी आवृत्ति भिन्न हो सकती हैं। महिलाओं को अपनी स्थिति के लिए सबसे अच्छा क्या है, यह निर्धारित करने के लिए अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के साथ अपने लिए परीक्षण/स्क्रीनिंग विकल्पों और कार्यक्रम पर चर्चा करनी चाहिए। सतर्क स्व-परीक्षा और नियमित स्क्रीनिंग के माध्यम से शीघ्र पता लगाना, सफल उपचार की संभावना बढ़ाने की कुंजी है। जब प्रारंभिक चरण में स्तन कैंसर की पहचान की जाती है, तो उपचार के विकल्प अक्सर कम तकलीफदायक होते हैं, और इसका पूर्वानुमान आमतौर पर अधिक अनुकूल व स्वीकार योग्य होता है।